जो बुलेट चलाएगा, वो बुलेट खाएगा: मंत्री संतोष सिंह ने विपक्ष, लालू यादव और तेजस्वी पर बोला तीखा हमला
Bihar: बिहार का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरमा गया है। श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने चुप्पी तोड़ते हुए विपक्ष पर जमकर पलटवार किया है। उन्होंने न सिर्फ एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान पर उठे विवाद पर सफाई दी, बल्कि बढ़ते अपराध, लालू यादव के सुप्रीम कोर्ट प्रकरण और चुनाव आयोग पर विपक्षी टिप्पणियों पर तीखे तंज भी कसे है।
एडीजी विवाद पर बचाव में उतरे मंत्री
हाल ही में एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान को लेकर विपक्षी दलों ने तीखा विरोध जताया था, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर किसानों को अपराध से जोड़ दिया था। इस पर मंत्री संतोष सिंह ने दो टूक कहा, किसानों को लेकर दिया गया बयान तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। एडीजी का तात्पर्य यह था कि धान रोपाई के मौसम में जमीन विवाद बढ़ते हैं, ना कि किसान अपराधी हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को यह नहीं मालूम होगा कि किसान अपराधी नहीं, पीड़ित होते हैं? विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब कोई मुद्दा नहीं बचता तो इस तरह के बयानों को राजनीतिक हथियार बनाया जाता है।
संगठित अपराध अब नहीं, जो अपराध हो रहा है उसका अंजाम 10 दिन में दिखेगा
बिहार में अपराध बढ़ने के आरोपों को लेकर मंत्री ने कहा कि विपक्ष बेवजह डर का माहौल बना रहा है। आज का अपराध संगठित नहीं है। पहले गैंगवार का जमाना था, आज वो हालात नहीं हैं। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है-जो बुलेट चलाएगा, वो बुलेट खाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि आने वाले 10 दिनों में अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नजर आएगी।
लालू यादव पर तीखा तंज: “घोटालों का हनुमान चालीसा पढ़-पढ़कर बड़ा हुआ हूं”
सुप्रीम कोर्ट द्वारा लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में राहत न मिलने पर राजद सुप्रीमो लालू यादव पर भी मंत्री का हमला बेहद तीखा रहा।
- उन्होंने कहा, जो मेवा खाएगा, गलत काम करेगा, वो सजा पाएगा। ये लालू जी के लिए कोई नई बात नहीं है। मैं तो राजनीति में आने से पहले से इनके घोटालों का 'हनुमान चालीसा' पढ़ता आ रहा हूं।
- तेजस्वी यादव पर हमला: “संविधान पर भरोसा रखिए, कागजात आपके पास ही नहीं हैं”
चुनाव आयोग पर तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के बयानों को लेकर भी संतोष सिंह ने तल्खी दिखाते हुए कहा, तेजस्वी जी को समझना चाहिए कि संविधान बाबा साहेब अंबेडकर ने बनाया है, और उसी के तहत चुनाव आयोग काम करता है। अगर उनके पास भारतीय नागरिकता का कोई प्रमाण नहीं है, तो इसकी जिम्मेदारी किसकी है?
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को अब लगने लगा है कि उनकी कहानी समाप्ति की ओर बढ़ रही है और 2025 में इंडी गठबंधन का सियासी सफाया तय है।
इस प्रेस वार्ता के जरिए मंत्री संतोष सिंह ने एक साथ कई निशाने साधे विपक्षी नैरेटिव को चुनौती दी, अफसरशाही पर भरोसा जताया। और यह साफ किया कि आने वाला वक्त “बुलेट के जवाब में बुलेट” वाला होगा, मगर कानून के दायरे में। उनके बयानों से यह भी संकेत मिलते हैं कि बिहार चुनाव 2025 की रणनीति अब फ्रंटफुट पर आ चुकी है।







