बिहार विधानसभा मानसून सत्र का आज प्रथम दिन: सियासी उबाल के बीच सत्र का अनावरण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज विधानसभा पहुंचे और सत्र की शांति से शुरुआत की।
विपक्ष ने SIR और कानून-व्यवस्था को लेकर तीखे तेवर दिखाए।
सरकार 12 महत्वपूर्ण विधेयक पेश करने जा रही है।
निर्वाचन आगे, राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ, आने वाले दिनों में सत्र में उबलते वाद-विवाद की संभावना।
Patna: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है, और यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार का चुनाव पूर्व अंतिम सत्र है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में उपस्थित हुए, उनके साथ विधान परिषद सदस्य विजय चौधरी और प्रेम कुमार भी उपस्थित रहे। कार्यवाही की शुरुआत बिजनेस एडवाइजरी कमिटी की घोषणा और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी द्वारा सहायक बजट पेश करने से हुई
विपक्ष का हंगामा और गरम मुद्दे
विपक्ष ने शुरु से ही हार्दिक विरोध प्रदर्शन शुरू किया है, जिसमें सिर्फ बजट ही नहीं, कानून-व्यवस्था, SIR (Special Intensive Revision) मतदाता सूची, और विशेष राज्य श्रेणी की मांग को लेकर तेज़ हमला किया जा रहा है
RJD अध्यक्ष तेजस्वी यादव और निष्कासित तेज प्रताप यादव के बीच सीटिंग व्यवस्था चर्चा का विषय बना हुआ है, जो इस सत्र में अतिरिक्त राजनीतिक नाटकीयता जोड़ सकता है
सरकारी विधेयक-पैक: 11 से 12 विधेयक लाए जाएंगे
- सरकार ने इस मानसून सत्र में 12 विधेयकों को पेश करने की योजना बनाई है, जिनमें प्रमुख हैं:
- जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय बिल,
- गीग वर्कर्स और छोटे दुकानदारों के श्रमिक सुरक्षा संबंधी नियम,
- भूमि विवाद समाधान और नगर निकायों के अधिकारों से संबंधित संशोधन
विपक्ष की रणनीति: SIR, कानून-व्यवस्था पर हमला
- विपक्षी दल SIR प्रक्रिया को मतदाता अधिकारों पर खतरा मानते हुए सरकार को घेरने की तैयारी में हैं
- इसके अलावा, अपराध बढ़ोतरी, विशेषकर बेरोज़गार किसानों और युवा पलायन की समस्या, विपक्ष की मुख्य चिंता बनी हुई है
चुनावी माहौल का असर: आख़िरी सत्र है अहम
यह सत्र विधानसभा चुनाव से पहले अंतिम अवसर है, इसलिए सियासी टकराव और आरोप-प्रत्यारोप की संभावना उच्च बनी हुई है







