मुसलमानों वाले बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की मुश्किलें बढ़ी, कोर्ट में याचिका दायर
केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ 'ललन' सिंह के खिलाफ बीते दिन 27 नवंबर को बिहार की एक अदालत में एक याचिका दायर की गई है. मुजफ्फरपुर निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राज कपूर की अदालत में याचिका दायर की है.
दरअसल केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने हाल ही में यह टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया था कि मुसलमान उनकी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) को वोट नहीं दे रहे हैं. उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारें में विवाद शुरू हो गया. विपक्ष के तमाम नेताओं ने इस पर जेडीयू को घेरा.
इस पूरे मामले में याचिका दायर करने वाले तमन्ना हाशमी के वकील सूरज कुमार ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि अदालत ने याचिका पर सुनवाई की तारीख चार दिसंबर तय की है. इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि ललन ने मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर यह भाषण दिया था.वकील ने कहा, "हमने अदालत से यह आग्रह किया है कि केंद्रीय मंत्री पर भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से संबंधित भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत मुकदमा चलाया जाए."
गौरतलब है कि जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने हाल ही में मुजफ्फरपुर में पार्टी की एक बैठक को संबोधित किया था. इसमें इस बात पर जोर दिया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी सामाजिक वर्गों के लिए काम किया है, बिना इस बात की परवाह किए कि इससे वोट मिलेंगे या नहीं. केंद्रीय मंत्री ने मुसलमानों का उदाहरण देते हुए यह भी कहा था कि राज्य में सरकार इस समुदाय के लिए काम कर रही है, भले ही वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करने वाली उनकी पार्टी को वोट देने से हिचकिचाएं. अब ललन सिंह के बयान के बाद मामला कोर्ट तक पहुंच गया है.