विजय चौधरी ने कहा- नीतीश कुमार के खिलाफ एंटी- इनकंबेंसी नहीं, 2005 में जितना दम था, आज भी उतना ही है
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों ने बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की मजबूत स्थिति को साबित कर दिया है. चुनाव पूर्व कई राजनीतिक विश्लेषकों और विपक्षी दलों द्वारा लगाए गए कयासों के विपरीत, जदयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़कर 12 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है. इस जीत के बाद जदयू खेमे में उत्साह है. बुधवार 5 जून को मंत्री विजय कुमार चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर आगे की रणनीति के बार में जानकारी दी.
जदयू के वरिष्ठ नेता और जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा कि 2025 का विधानसभा चुनाव भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "टाइगर जिंदा है. नीतीश कुमार को लेकर किस तरह की बातें की जा रही थी. लेकिन, इस चुनाव परिणाम ने साबित कर दिया कि 2005 में जितना नीतीश कुमार में दम था आज भी उतना ही है. इसके रिजल्ट ने महागठबंधन से एनडीए में नीतीश कुमार के आने के फैसला पर भी जनता ने मुहर लगा दी है.
लोकसभा चुनाव के परिणाम पर विजय चौधरी ने कहा कि जितना लक्ष्य हम लोगों ने रखा था, उस हिसाब से सफलता नहीं मिली. लेकिन पड़ोसी राज्यों की तुलना में रिजल्ट संतोषजनक है. इंडिया गठबंधन की तरफ से संपर्क साधा जा रहा है, इस सवाल पर विजय चौधरी ने कहा जहां संपर्क साधा जा रहा था नीतीश कुमार वहां चले गए हैं. हमारे नेता के साथ सब लोग गठबंधन करना चाहता हैं, लेकिन हम साफ कर देते हैं कि हम लोग एनडीए में हैं और एनडीए में ही रहेंगे. विजय कुमार चौधरी ने कहा कि 19 -20 वर्षों के शासन में कहीं नहीं दिख रहा है कि नीतीश कुमार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी है.
लोकसभा चुनाव के परिणाम ने ना केवल जदयू के भीतर नीतीश कुमार की स्थिति को और मजबूत किया है, बल्कि विपक्षी दलों के लिए भी यह एक बड़ा संदेश है. चुनाव पूर्व कई राजनीतिक विश्लेषक और विपक्षी दल यह दावा कर रहे थे कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता में गिरावट आई है और उनकी राजनीतिक स्थिति कमजोर हो रही है. लेकिन इन चुनाव परिणामों ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया है. लोकसभा चुनाव में जदयू और भाजपा दोनों को 12-12 सीटें मिली हैं.