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तेजप्रताप बोले- नीतीश कुमार को निमंत्रण देने का हमारा मन नहीं है. ना ही हम यहां एंट्री करने देंगे

 

बिहार में मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा भोज के दौरान प्रदेश में सियासी हलचल तेज होती नजर आ रही है. राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से भी राबड़ी आवास में दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया. इसमें इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नहीं बुलाया गया. इसको लेकर आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को निमंत्रण देने का हमारा मन नहीं है. ना ही हम यहां एंट्री करने देंगे.

तेजप्रताप से पहले आरजेडी की सांसद मीसा भारती से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दही-चूड़ा भोज में बुलाने को लेकर सवाल किया था. इस पर उन्होंने बहुत आराम से जवाब दिया. कहा कि हम तो चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी आएं. ये तो अच्छी बात है कि अभिभावक के तौर पर बड़े लोग घर में आएं. वे (सीएम नीतीश) आएं तो अच्छी बात है. दरवाजे पर कोई आता है तो उनका स्वागत है. हिंदू धर्म में वैसे भी अतिथि देवो भव कहा जाता है.

आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी जब पार्टी के दही-चूड़ा भोज में शामिल होने के लिए पहुंचे तो उनसे भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर सवाल पूछा गया था. वे सवाल का जवाब देने से बचते नजर आए. उन्होंने कहा कि हमें पता नहीं किनको बुलाया गया, किनको नहीं बुलाया गया है. हम जानते हैं कि सांप्रदायिक सद्भाव का त्योहार है. इस त्योहार में कोई राजनीतिक भेदभाव नहीं होता. इसमें सभी तरह के लोग शामिल होते हैं. इस दिन अमीर, गरीब, मजदूर आएं और दही-चूड़ा खाएं, किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए.

वहीं दूसरी तरफ आरजेडी की ओर से इस बार कांग्रेस नेताओं को भी दही-चूड़ा भोज में शामिल होने का निमंत्रण नहीं दिया गया. इस पर जेडीयू की तरफ से सवाल खड़े किए जा रहे हैं. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बिना नाम लिए आरजेडी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के एक दल ने सहयोगी दलों को निमंत्रण नहीं भेजा. इससे साफ है कि इन लोगों की राजनीति 2025 में अस्त होने वाली है.