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तेज प्रताप यादव जल्द करेंगे नई पार्टी का ऐलान? अनुष्का यादव भी हो सकती हैं साथ, आज की प्रेस वार्ता पर सबकी नजरें

 
tej pratap singh

Patna: राजद (RJD) और यादव परिवार से दूरी बनाने के बाद अब तेज प्रताप यादव की अगली राजनीतिक चाल को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। अंदरखाने से मिली जानकारी के अनुसार, तेज प्रताप अपनी नई राजनीतिक पार्टी के गठन की तैयारी में हैं और इसके ऐलान की संभावना एक-दो दिन के भीतर जताई जा रही है। खास बात यह है कि इस नई पार्टी में अनुष्का यादव की भी सक्रिय भूमिका हो सकती है।

आज बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस, क्या होगा नई पार्टी का ऐलान?

तेज प्रताप यादव ने आज (18 जुलाई) प्रेस वार्ता बुलाई है, जिससे बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि वे इस मंच से नई पार्टी या संगठन की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले पिता लालू यादव और भाई तेजस्वी यादव के लिए एक अप्रत्याशित चुनौती बन सकती है।

क्या है पार्टी और परिवार से अलग होने की असली वजह?

तेज प्रताप यादव का पारिवारिक विवाद पिछले कुछ महीनों से सुर्खियों में रहा है। एक ओर उनका तलाक का केस ऐश्वर्या राय के साथ अब भी कोर्ट में लंबित है, वहीं दूसरी ओर उन्होंने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "X" (पूर्व में ट्विटर) पर सार्वजनिक किया कि वे अनुष्का यादव के साथ रिश्ते में हैं। इस खुलासे के बाद ही लालू यादव ने सख्त कदम उठाते हुए तेज प्रताप को न सिर्फ पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया, बल्कि पारिवारिक संबंध भी तोड़ लिए।

विधानसभा चुनाव से पहले नया दांव

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। तेज प्रताप यादव इस समय हसनपुर से विधायक हैं और इससे पहले 2015 से 2020 तक महुआ से विधायक रह चुके हैं। ऐसे में उनका राजनीतिक अनुभव और पहचान, खासकर युवा वर्ग में, उन्हें नई पार्टी के जरिए एक बार फिर चुनावी मैदान में उतार सकती है।

नई जानकारी: तेज प्रताप के करीबी नेताओं की मीटिंग, पोस्टर और नाम पर विचार

सूत्रों के मुताबिक, पिछले 48 घंटों से तेज प्रताप के आवास पर कुछ पूर्व RJD कार्यकर्ता, युवा नेता और सोशल मीडिया मैनेजर जुटे हुए हैं। पार्टी के नाम और झंडे को लेकर विचार-विमर्श जारी है। कुछ अंदरूनी चर्चाओं में पार्टी का संभावित नाम "धर्मनिरपेक्ष युवा शक्ति" या "युवा जनक्रांति पार्टी" हो सकता है, हालांकि अंतिम मुहर आज की प्रेस वार्ता में लग सकती है।

क्या हो सकती है रणनीति?

  • सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को जोड़ना
  • अन्याय के खिलाफ संघर्ष" की छवि बनाकर सहानुभूति लहर खड़ी करना
  • तेजस्वी यादव और RJD के खिलाफ "पारिवारिक तानाशाही" का नैरेटिव गढ़ना
  • अनुष्का यादव को महिला चेहरा बनाकर भावनात्मक अपील

तेज प्रताप यादव की अगली चाल सिर्फ पारिवारिक विद्रोह नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति में एक नया ध्रुव बन सकती है। आज की प्रेस वार्ता पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हैं। क्या तेज प्रताप सिर्फ ऐलान करेंगे या सीधे चुनावी शंखनाद?