लॉकडाउन का पालन करवा रहे पुलिसकर्मी पर लगातार हो रहे हमले पर एडीजी ने लोगों से की अपील
बिहार में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन 2 के तहत 16 मई से 25 मई तक बिहार में पूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. लॉकडाउन के गाइडलाइंस का पालन करवाने में पुलिस की अहम भूमिका है. बिहार पुलिस द्वारा आम जनता से अपील किया जा रहा है. इसके बावजूद भी कुछ असामाजिक तत्व भीड़ का फायदा उठाते हुए लगातार बिहार पुलिस को ही अपना निशाना बना रहे हैं. लॉकडाउन को पालन करवा रहे पुलिसकर्मी पर ही लगातार हमले हो रहे हैं.
सोमवार को राजधानी पटना के नजदीक खुसरूपुर क्षेत्र में लॉकडाउन का पालन करवाने गई पुलिस की टीम पर एक शादी समारोह में हमला कर दिया गया. जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. राज्य सरकार द्वारा शादी समारोह में 20 लोगों की सीमा तय कर दी गई है. उसके बावजूद एक शादी समारोह में 500 लोग इकट्ठा हो गए थे. जब पुलिस की टीम वहां से हटाने की कोशिश की तो पुलिस पर ही हमला कर दिया गया.
पुलिस की टीम पर प्रतिदिन बिहार के किसी न किसी जिले में लगातार हमले हो रहे हैं. कल मुजफ्फरपुर में लॉकडाउन का पालन कारने के लिए गए दारोगा को असामाजिक तत्वों द्वारा बुरी तरह से पीट कर जख्मी कर दिया गया. जिसके बाद इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.
राजधानी पटना सहित बिहार के अन्य जिलों में यह कोई पहली घटना नहीं है. बिहार में लगातार लॉकडाउन का पालन करवा रही पुलिसकर्मी पर हमले किए जा रहे हैं. ऐसे में पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने आम लोगों से अपील किया कि भीड़ का फायदा उठाते हुए असामाजिक तत्व पुलिस पर लगातार हमला कर रहे हैं. यह कहीं से भी ठीक नहीं है. पुलिस राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुपालन करवा रही है.
पुलिस के सहयोग के बदले पुलिस पर हमला करना उचित नहीं है. उन्होंने असामाजिक तत्वों को हिदायत देते हुए कहा कि उन लोगों की पहचान वायरल वीडियो और सीसीटीवी के माध्यम से की जा रही है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही साथ उन्होंने कहा कि इन मामलों में ट्रायल चलवा कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी. ताकि दूसरा कोई असामाजिक तत्व या लोग पुलिस पर हमला करने से पहले हजार बार सोचेंगे.