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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रक्तदान की गाइडलाइन में किया बदलाव, अब वैक्सीन लेने के 14 दिन बाद कर सकेंगे रक्तदान

कोरोना काल में कई मरीजों को खून की जरूरत होती है. लेकिन इस कोरोना काल में बहुत कम ही लोग स्वेच्छा से रक्त दान करते हैं. लिहाजा, खून की कमी से निपटने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रक्तदान की गाइडलाइन में बदलाव किया हैं. ऐसे में अब कोरोना वैक्सीन की डोज के… Read More »स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रक्तदान की गाइडलाइन में किया बदलाव, अब वैक्सीन लेने के 14 दिन बाद कर सकेंगे रक्तदान
 
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रक्तदान की गाइडलाइन में किया बदलाव, अब वैक्सीन लेने के 14 दिन बाद कर सकेंगे रक्तदान

कोरोना काल में कई मरीजों को खून की जरूरत होती है. लेकिन इस कोरोना काल में बहुत कम ही लोग स्वेच्छा से रक्त दान करते हैं. लिहाजा, खून की कमी से निपटने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रक्तदान की गाइडलाइन में बदलाव किया हैं. ऐसे में अब कोरोना वैक्सीन की डोज के 14 दिन बाद ही रक्तदान कर सकते हैं. अभी तक वैक्सीन लगा चुके लोग 28 दिन बाद रक्तदान कर सकते थे, लेकिन वैक्सीन लेने वाले लोगों पर शोध और ब्लड बैंकों में भविष्य में खून की कमी से निबटने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय रक्तदान के नियम कानून में बदलाव किया है.

नयी गाइड लाइन की सूचना सिविल सर्जन कार्यालय व स्वास्थ्य विभाग की ओर से सूबे के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भेज दी गयी है. पीएमसीएच के पैथोलॉजिस्ट विभाग के क्लीनिकल पैथोलॉजिस्ट डॉ देवेंद्र प्रसाद ने बताया कि ब्लड डोनेशन के इस नयी गाइड लाइन से काफी मरीजों को राहत मिलेगी.

28 दिन के नियम के अनुसार पहले एक व्यक्ति दो से ढाई महीने तक रक्तदान नहीं कर पाता था. ऐसे में संक्रमण की वजह से स्वैच्छिक रक्तदान में कमी आ गयी थी. अब पहली डोज लगवाने के 14 दिन बाद व्यक्ति रक्तदान कर सकता है. डॉ देंवेंद्र ने बताया कि इससे थैलेसिमिया मरीजों को राहत मिलेगी, क्योंकि एक बच्चे को एक महीने में दो यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है.

पटना जिले में अभी तमाम 145 सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन प्रतिदिन हो रहा है. कोई भी व्यक्ति जिसे वैक्सीन लेना है, वे वहां जा सकते हैं. वैक्सीन लेने जाने के दौरान पुलिस द्वारा रोके जाने पर उन्हें यह बात बतायी जा सकती है और उसके बाद उन्हें जाने की इजाजत मिल जायेगी. लेकिन ध्यान यह रखना है कि वैक्सीन अपने घर के ही नजदीकी सरकारी अस्पताल में बने सेंटर पर लगवाएं.

इससे उन्हें मुख्य मार्गों पर जाने की जरूरत नहीं होगी और उनका काम भी आसानी से हो जायेगा. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसपी विनायक ने बताया कि वैक्सीनेशन की व्यवस्था सभी सरकारी अस्पतालों में है. फिलहाल निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है. अगर कोई वैक्सीन लगवाना चाहते हैं तो वे बेफिक्र हो कर सेंटर तक जाएं.