Movie prime

फजीहत के बाद BJP ने रातों रात बदला पोस्टर, लगाई CM नीतीश की तस्वीर

 

भोजपुर के कोईलवर में सोन नदी पर बने नए पुल का आज उद्घाटन हो गया. वहीं उद्घाटन के पहले सियासत गरमा गई थी . क्योंकि इस उद्घाटन को लेकर दो दिन से पूरे पटना में कई जगह पोस्टर लगाए गए थे. पटना से लेकर भोजपुर तक जो पोस्टर लगाया गया है उस पोस्टर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री और आरा सांसद आरके सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की तस्वीर लगी है. हैरान और चौंकाने वाली बात ये है कि पोस्टर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चेहरा गायब दिखा. 

azsx

इसे लेकर राजनीत गलियारे में जोर शोर से चर्चा होने लगी कि आखिर बीजेपी ने ऐसा क्यों किया ?जिस तरह के सरकारी कार्यक्रम को भाजपा का कार्यक्रम बनाने की कोशिश की जा रही थी, उसकी सभी ने आलोचना की थी. बिहार में किसी पुल का उद्घाटन किया जा रहा है और उसके लिए लगे पोस्टरों में बिहार के मुख्यमंत्री को ही जगह नही दी गई.

इन पोस्टरों के लगने के बाद भाजपा और जदयू के रिश्तों पर भी फिर से सवाल उठने शुरू हो गए. माना गया कि जिस तरह से बिहार के मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की नजदीकियां बढ़ रही हैं, उसके बाद भाजपा उनसे दूरियां बढ़ा रही है. यही कारण है कि कोईलवर पुल के उद्धाटन के पोस्टर से सीएम की तस्वीर को हटा दिया गया.

वहीं दूसरी तरफ इसको लेकर केंद्र सरकार और भाजपा की जमकर आलोचना हुई. वहीं आलोचना के बाद अब रातों-रात पूरा पोस्टर ही बदल दिया गया है। कल तक जहां पोस्टर से नीतीश कुमार गायब दिख रहे थे, वहीं अब भाजपा ने डैमेज कंट्रोल करते हुए पूरा पोस्टर ही बदल दिया है. उनकी जगह नए पोस्टर लगा दिए गए.

आज सुबह पटना के सभी प्रमुख मार्गों में लगाए पोस्टरों में नीतीश कुमार की बड़ी सी तस्वीर लगा दी गई है।  जिनमें एक तरफ पीएम मोदी की बड़ी तस्वीर दिखाई दे रही है। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नजर आ रहे हैं। साथ में नीतीश गडकरी और नीतिन नवीन नजर आ रहे हैं. 

Image

वहीं दूसरी तरफ इस पुल के उद्घाटन समारोह में बीजेपी के कई शीर्ष नेताओं ने शिरकत की है. जिनमें केन्द्रीय मंत्री आरके सिंह, केन्द्रीय राज्य मंत्री जनरल डॉक्टर वीके सिंह, केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, बिहार विधानसभा के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी सहित भाजपा के अन्य सांसद और विधायक शामिल रहें. 

वैसे इस पुल की बात करें तो 266 करोड़ की लागत से बने पुल पुराने अब्दुलबारी पुल से करीब 500 मीटर उत्तर की ओर बनाया गया है. सोन नदी में अंग्रेजों द्वारा 1962 में बनाए गए अब्दुल बारी कोईलवर पुल के ऊपरी लेन से अब तक रेलगाड़ियां गुजरती हैं. इसी पुल के नीचे सड़क पुल भी हैं. इस पुल की लंबाई 1440 मीटर है. सोन नदी पर बने पुराने अब्दुल बारी पुल के निर्माण में 5683 टन लोहा लगा है, जबकि नए पुल की लंबाई 1528 मीटर है. पुल के एक लेन का उद्घाटन दो वर्ष पहले हुआ था.
 

Read more at: https://newshaat.com/national-news/Massive-fire-in-Delhi-Mundka-27-killed-building-owner-ar/cid7396173.htm

News Hub