बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनाव आयोग की तैयारियां तेज, चरणबद्ध चुनाव की संभावना

बिहार में इस वर्ष के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। सभी प्रमुख राजनीतिक दल चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में जुट गए हैं। इसी बीच चुनाव से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, इस बार बिहार में विधानसभा चुनाव दो या तीन चरणों में संपन्न हो सकते हैं। चुनाव की तारीख तय करते समय दीपावली और छठ जैसे बड़े त्योहारों को भी ध्यान में रखा जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग सितंबर के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। इसके लिए आयोग ने पहले से तैयारियों की शुरुआत कर दी है। पिछली बार कोविड-19 महामारी के कारण 25 सितंबर 2020 को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई थी, जबकि 2015 में 9 सितंबर को चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ था। इस बार प्रदेश की स्थिति सामान्य है, लिहाजा समय पर चुनाव की घोषणा की पूरी संभावना है। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।

गौरतलब है कि साल 2020 में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में आयोजित हुए थे, जबकि 2015 में यह चुनाव पांच चरणों में कराया गया था। वर्ष 2020 में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर हुआ था, दूसरे चरण का चुनाव 3 नवंबर को 94 सीटों पर और तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को 78 सीटों के लिए हुआ था। वोटों की गिनती 10 नवंबर को संपन्न हुई थी।
इस बार चुनाव आयोग की टीम जून महीने में ही बिहार का दौरा करेगी और चुनावी व्यवस्था का जायज़ा लेगी। इसके साथ ही राज्य में चुनावी प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू हो गया है। बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि चुनाव की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके। आयोग की यह कोशिश है कि जैसे हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में मतदाता सूची को लेकर सवाल उठे थे, वैसे विवाद बिहार में न हों।
वोटर सूची को दुरुस्त करने और फर्जी मतदाताओं को हटाने के उद्देश्य से आयोग उन मतदाताओं से संपर्क करेगा जिन्होंने अब तक आधार नंबर के माध्यम से अपने EPIC (वोटर आईडी) को लिंक नहीं कराया है। यदि EPIC से आधार लिंक किया गया है तो उसकी पुष्टि की जाएगी, और यदि लिंक नहीं है तो इसके कारणों का पता लगाया जाएगा। बीएलओ मतदाताओं से संपर्क कर यह जानकारी लेंगे और अपना मोबाइल नंबर भी साझा करेंगे ताकि कोई भ्रम न रहे।