माउंट किलिमंजारो पर लहराया बिहार पुलिस का परचम, सब-इंस्पेक्टर चंदन कुमार ने रचा इतिहास

बिहार पुलिस के जांबाज सब-इंस्पेक्टर चंदन कुमार ने अपने साहस और समर्पण से यह साबित कर दिया है कि अगर इरादे बुलंद हों, तो कोई भी ऊंचाई नामुमकिन नहीं होती। उन्होंने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5,895 मीटर) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर न सिर्फ बिहार पुलिस बल्कि पूरे भारत को गौरवान्वित किया है।
बिहार पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) में कार्यरत चंदन कुमार ने 12 मई 2025 को किलिमंजारो की चोटी पर पहुंचकर इतिहास रच दिया। इस साहसी कारनामे से उन्होंने दिखा दिया कि पुलिसकर्मी सिर्फ अपराध रोकने तक सीमित नहीं होते, बल्कि वे असंभव को संभव करने का माद्दा भी रखते हैं।

दार्जिलिंग से ली पर्वतारोहण की ट्रेनिंग
2017 बैच के सब-इंस्पेक्टर चंदन कुमार मूल रूप से मोतिहारी जिले से हैं और वर्ष 2022 में एसटीएफ में उनकी नियुक्ति हुई थी। हालांकि, पर्वतारोहण का जुनून उनके भीतर पहले से था। अपने इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने 2024 में दार्जिलिंग स्थित हिमालय माउंटेन रिंग इंस्टीट्यूट से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया।
कठिन परिस्थितियों में की चढ़ाई, झंडा फहराया
प्रशिक्षण के बाद उन्होंने बिहार पुलिस से अनुमति लेकर अफ्रीका की सबसे ऊंची और विश्व की सबसे ऊंची फ्री-स्टैंडिंग पर्वत श्रृंखला किलिमंजारो पर चढ़ाई का फैसला किया। तंजानिया स्थित इस पर्वत पर चढ़ाई बेहद कठिन मानी जाती है, जहां ऑक्सीजन की कमी, तीव्र हवाएं और अत्यधिक ठंड जैसी मुश्किलें पर्वतारोहियों की परीक्षा लेती हैं। परंतु इन सबको पीछे छोड़ते हुए चंदन कुमार ने न केवल तिरंगा फहराया, बल्कि बिहार पुलिस का झंडा भी लहराया।
मुख्यालय ने बताया प्रेरणादायक उपलब्धि
बिहार पुलिस मुख्यालय ने चंदन की इस उपलब्धि को पूरे बल के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बताया है। राज्य सरकार ने भी उनकी सराहना करते हुए कहा कि यह उपलब्धि बिहार के युवाओं की असीम क्षमताओं का प्रतीक है।
सरकारी सेवा के साथ पूरा किया सपना
चंदन कुमार का यह साहसिक सफर यह दर्शाता है कि सरकारी नौकरी में रहते हुए भी कोई अपने जुनून को जिंदा रख सकता है और उसे मुकाम तक पहुंचा सकता है। उनका यह साहसिक कदम युवाओं के लिए एक उदाहरण बन गया है कि मेहनत और हिम्मत के दम पर कुछ भी संभव है।