मुख्यमंत्री नीतीश ने किया महुली एलिवेटेड रोड और लक्ष्मण झूला निर्माण का निरीक्षण, अधिकारियों को दिए समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अचानक अपने पूरे दल-बल के साथ पटना के महुली एलिवेटेड रोड का निरीक्षण किया। वहां से वे सीधे पुनपुन पहुंचे और निर्माणाधीन लक्ष्मण झूला का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने लगभग आधे घंटे तक स्थल पर रहकर संबंधित अधिकारियों से कार्य की स्थिति की जानकारी ली। जानकारी के अनुसार, यह पुल 30 जुलाई तक स्थानीय जनता के उपयोग के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।
पुनपुन घाट और अन्य परियोजनाओं का भी निरीक्षण
लक्ष्मण झूला के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुनपुन घाट पहुंचे और फिर बिहटा-सरमेरा पथ से एनएच-22 को जोड़ने वाली परियोजना का अवलोकन किया। इसके बाद वे पोठहघ बसुहार पहुंचे, जहां आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) निर्माण की प्रगति का मूल्यांकन किया। पुनपुन घाट क्षेत्र के शिवनगर मोहल्ले के स्थानीय निवासियों ने मुख्यमंत्री से मिलकर ड्रेनेज और जल निकासी की समस्या को लेकर समाधान की मांग रखी।

मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य तय समयसीमा के भीतर पूरे किए जाएं। इस मौके पर जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष शीर्षत कपिल अशोक, विधान पार्षद रविंद्र सिंह, जदयू जिला ग्रामीण अध्यक्ष अशोक सिंह, मनीष कुमार समेत कई जदयू पदाधिकारी मौजूद थे।
शिलान्यास से अब तक की स्थिति
ज्ञात हो कि पुनपुन नदी पर बन रहे इस लक्ष्मण झूला का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 3 मार्च 2019 को किया था। इसकी अनुमानित लागत 46.77 करोड़ रुपये रखी गई थी और घोषणा की गई थी कि यह पुल दो वर्षों में तैयार हो जाएगा। परंतु 2024-25 तक कार्य पूरा नहीं हो सका। अब मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जुलाई 2025 तक यह कार्य हर हाल में पूरा कर लिया जाए। यह पुल ऋषिकेश के प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला की तर्ज पर सस्पेंशन तकनीक से बनाया जा रहा है।