हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता राकेश कुमार का दिनदहाड़े अपहरण, परिवार में दहशत

बिहार के बेगूसराय जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) के नेता और बीस सूत्री कार्यक्रम के सदस्य राकेश कुमार का शनिवार को संदलपुर गांव से अपहरण कर लिया गया। साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार की शाम कुछ हथियारबंद बदमाशों ने खुलेआम राकेश कुमार का अपहरण कर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अपहरण से पहले बदमाशों ने कई राउंड गोलियां चलाईं, जिससे इलाके में भगदड़ मच गई। सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की।

पुलिस ने राकेश कुमार की तलाश में इलाके में सघन छापेमारी शुरू कर दी है, लेकिन 40 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। घटनास्थल से खून के निशान मिले हैं, जिससे आशंका और बढ़ गई है। लोग तरह-तरह की आशंकाएं जता रहे हैं और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।
सरपंच पति पर अपहरण का शक
राकेश कुमार के परिजनों ने इस घटना के लिए पंचायत के सरपंच पति डब्लू यादव और उसके सहयोगियों को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप है कि पूर्व में हुए विवाद को लेकर डब्लू यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर गोलीबारी करते हुए राकेश को जबरन अगवा कर लिया।
बलिया एसडीपीओ नेहा कुमारी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि संदलपुर निवासी इंदरदेव साह के पुत्र राकेश कुमार को डब्लू यादव और उसके साथियों ने गोलीबारी व मारपीट करते हुए दियारा की ओर ले जाया। घटना की जांच की जा रही है और जल्द ही सच्चाई सामने लाई जाएगी।
मां ने सुनाई घटना की आपबीती
अपहृत राकेश की मां शकुंतला देवी ने बताया कि किसी का फोन आने पर उनका बेटा घर से निकला था। भवरा के पास उसे घेरकर मारपीट की गई और फिर गोलियां चलाते हुए उसे अगवा कर लिया गया। उन्होंने बताया कि अपहरण में करीब 8-10 लोग शामिल थे और लगभग 11 राउंड फायरिंग की गई थी।
राकेश कुमार के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। पीड़िता की मां का कहना है, "हमें पुलिस की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है, हमें सिर्फ हमारा बेटा वापस चाहिए।"