Movie prime

36 साल बाद नालंदा ओपन विश्वविद्यालय को मिला अपना भवन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया उद्घाटन

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा में आज नालंदा ओपन विश्वविद्यालय भवन का उद्घाटन किया. इस दौरान उनके साथ शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेन्द्र कुमार, कुलपति डॉ कृष्ण चंद्र सिन्हा समेत कई गणमान्य अतिथि मौजूद थे. विश्वविद्यालय के नए भवन में छात्रों को कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. नालंदा खुला विश्वविद्यालय में कई तरह के कोर्स भी संचालित किए जाते हैं. जो यहां भी छात्रों को उपलब्ध कराई जाएगी.

सीएम नीतीश कुमार

बता दें कि स्थापना के 36 साल बाद नालंदा खुला विश्वविद्यालय (NOU) को अपना भवन और परिसर मिला है. 18 मार्च 2020 को ही नालंदा खुला विश्वविद्यालय भवन के निर्माण की आधारशिला रखी गई थी. हालांकि कोरोना की वजह से इसके निर्माण में देरी हुई. कोरोना खत्म होने के बाद इसका निर्माण शुरु कर दिया गया था. जिसके बाद इस साल के शुरुआत में ही भवन बनकर तैयार हो गया था. इसके उद्घाटन का इंतजार किया जा रहा था. आज नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन कर दिया. यह विश्वविद्यालय नालंदा जिले के सिलाव प्रखंड क्षेत्र में 10 एकड़ में बनाया गया है. इस भवन की लागत 116.5  करोड़ बताई जा रही है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़गांव (नालंदा) में उद्घाटन के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि उन्होंने निरीक्षण करके इस विश्वविद्यालय की ज़मीन का चयन किया था. अब बेहद ही सुंदर स्वरूप में यह यूनिवर्सिटी बन गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बहुत दिनों से पटना में यह चल रहा था. अब बाहर से भी लोग यहां आकर एडमिशन लें सकेंगे. इसके साथ ही जिन्हें यहां रहकर पढ़ाई करनी है, उनके लिए बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल का भी निर्माण करवाया गया है. इनके अलावा स्टाफ क्वार्टर भी बनवा दिये गये हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि इतना बढ़िया और इतना बड़ा ओपन यूनिवर्सिटी पूरे देश में कहीं नहीं है. आने वाले वक्त में इसका और विस्तार किया जाएगा.

नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना को लेकर कहा कि सभी दलों ने मिलकर जातीय गणना की डिमांड की थी. क्योंकि जातीय जनगणना केंद्र सरकार के अधीन है, लेकिन जातीय गणना करवाना राज्य सरकार का अधिकार है. जातीय गणना का सभी कार्य पूरा हो चुका है, एक-एक करके सभी चीजों को प्रकाशित किया जाएगा. हम लोग आर्थिक स्थिति को देखते हुए उनके विकास की योजना भी बनाएंगे. यह काम राज्य के हित में किया गया है. हम लोग अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए बहुत लोगों को ऐतराज़ होता है. इन कामों से हम लोगों को फायदा होगा, इसलिए उन्हें परेशानी हो रही है.

बता दें कि 1 मार्च 1987 को नालंदा खुला विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी. तत्काल में यह विवि पटना के विस्कोमान भवन में चल रहा है. स्थापना के 36 साल बाद आज नालंदा जिले के राजगीर में नालंदा खुला विश्वविद्यालय का अपना भवन मिला. नवनिर्मित परिसर में प्रशासनिक भवन एकेडमिक बिल्डिंग, वीसी बंगला, प्रोवीसी बंगला, प्रोफेसर एवं स्टाफ के अलावा छात्र-छात्राओं के रहने के लिए हॉस्टल का निर्माण किया गया है. इसके प्रशासनिक भवन का लुक नालंदा महाविहार के लुक जैसा बनाया गया है. नालंदा में भवन का उद्घाटन होने के बाद भी पटना में नालंदा खुला विश्वविद्यालय की शाखा कार्य करती रहेगी.