PK का बड़ा दावा: नवंबर के बाद नहीं रहेगा जेडीयू का नामोनिशान

बिहार में सियासी घमासान तेज होता जा रहा है। जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने एक बार फिर जेडीयू और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। भोजपुर जिले की जनसभा में उन्होंने दावा किया कि नवंबर के बाद जेडीयू नाम की कोई पार्टी अस्तित्व में नहीं रहेगी और उसका कार्यालय भी बीजेपी के अधीन चला जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पद से हटने की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि आगामी राजनीतिक लड़ाई अब सीधी एनडीए बनाम जन सुराज की होगी।
‘बदलाव यात्रा’ के जरिए जनता से जुड़ रहे हैं PK
प्रशांत किशोर इन दिनों अपनी 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत राज्य के विभिन्न गांवों का दौरा कर रहे हैं और आम लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं। भोजपुर के अगिआंव और चरपोखरी प्रखंड में हुई जनसभाओं में उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि बिहार में हजारों बच्चे बिना ठीक कपड़ों और चप्पलों के घूम रहे हैं, लेकिन नेताओं को केवल सत्ता की चिंता है, जनता की नहीं।

‘नेता अपने बच्चों को राजा बनाना चाहते, जनता के बच्चे बेरोजगार’
अपने भाषण में पीके ने सीधे-सीधे लालू यादव पर निशाना साधा और कहा कि वे अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, जो 9वीं पास तक नहीं है। वहीं बिहार के लाखों पढ़े-लिखे युवा—मैट्रिक, ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन के बावजूद—बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब लोगों को अपने बच्चों की चिंता खुद करनी होगी क्योंकि नेता अपने परिवार तक ही सीमित हैं।
‘नीतीश और मोदी की तस्वीर जेडीयू की आत्मसमर्पण की निशानी’
जेडीयू कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा तस्वीर को लेकर भी पीके ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि यह तस्वीर इस बात की प्रतीक है कि जेडीयू ने बीजेपी के आगे पूरी तरह से घुटने टेक दिए हैं। उन्होंने दोहराया कि नवंबर के बाद जेडीयू का कार्यालय भी भाजपा के नियंत्रण में आ जाएगा और जेडीयू नाम की पार्टी का अंत हो जाएगा।
पीके ने कहा कि बिहार की जनता अब पुरानी राजनीतिक व्यवस्था से तंग आ चुकी है। न तो उन्हें अफसरशाही पसंद है और न ही पिछली सरकारों का जंगलराज। वे अब शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की मांग कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने विश्वास जताया कि आने वाले विधानसभा चुनावों में जन सुराज एक मजबूत विकल्प बनकर उभरेगा और एनडीए को सीधी चुनौती देगा।