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पूरे बिहार में हिट एंड रन कानून का विरोध, कई जिलों में चक्का जाम, ड्राइवरों ने गांधी सेतु को किया जाम

 

बिहार, यूपी मध्यप्रदेश, राजस्थान गुजरात समेत कई राज्यों के ट्रक ड्राइवर और ऑपरेटर सड़कों पर उतर आए हैं. उनकी टेशन की वजह है हीट एंड रन पर नया कानून. केंद्र सरकार द्वारा लाए गए हिट एंड रन कानून के विरोध में पूरे देश के ट्रक और डंपर चालक आज दूसरे दिन भी हड़ताल पर हैं. कानून को वापस लेने की मांग कर रहे ट्रक चालकों ने चक्का चाम कर दिया है. इसी कड़ी में उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु को भी ट्रक और बस चालकों ने हाजीपुर में जाम कर दिया है, जिससे सेतु पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है.

ट्रक और बस चालकों ने इस कानून के विरोध में हाजीपुर-पटना NH रोड को जढुआ पुलिस चेक पोस्ट के पास जाम कर दिया है. सड़क भारी संख्या में बस एवं ट्रक के चालक और ट्रांसपोर्टर मौके पर मौजूद हैं. पटना से हाजीपुर हाजीपुर से पटना जाने वाली सभी गाड़ियां को लोगों ने रोक दिया है.

जाम कर रहे चालकों ने बताया कि सरकार के द्वारा जो कानून बनाया गया है, वह बिल्कुल गलत है। उनका कहना है कि 10 हजार महीना कमाने वाले चालक 10 लाख रुपए का जुर्माना कैसे भर सकेंगे। चालक सरकार से कानून में संशोधन एवं बदलाव करने एवं कानून को वापस करने की मांग कर रहे हैं.

कई जिलों में चक्का जाम

बता दें कि राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में ट्रक और बस बंद हैं. कैमूर, छपरा, बक्सर सुपौल में सड़कों पर चक्का जाम कर दिया गया है. सड़क पर आगजनी करके रास्ते को रोक दिया गया है. लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है. मुख्य सड़कों पर भी जाम लग गया है. कई प्रेट्रोल पंपों पर प्रेट्रोल- डीजल औऱ सीएनजी खत्म हो गया. 

पटना के दानापुर बस पड़ाव के पास मुख्य सड़क पर ट्रांसपोर्टरों और ड्राइवरों ने आगजनी की है. चालकों ने पटना-फतुहा पुरानी एनएच पर गढ़ोचक के पास प्रदर्शन किया है. पटना-बख्तियारपुर फोर लेन पर ट्रक को खड़ा कर मार्ग बंद कर दिया गया है.

बक्सर में दूसरे दिन भी सड़कों पर काफी सन्नाटा देखने को मिल रहा है. जिले में कई जगहों पर ऑटो चालक भी बंद का समर्थन करते दिख रहे हैं. विभिन्न चौक चौराहों पर ऑटो रोक दिया गया है. वे पैसेंजर ले जाने से मना कर रहे हैं. इससे यात्रियों को कहीं जाने में दिक्कतें हो रही है.

छपरा में मंगलवार को दूसरे दिन भी ट्रक संचालक और चालकों ने मुख्य मार्ग पर आगजनी करते हुए आवागमन को बाधित कर दिया है. सुबह से ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मुसेहरी फोर लाइन चौक पर जाम करते हुए आवागमन को ठप कर दिया है.

सुपौल शहर के बस स्टैंड चौक पर बस चालकों ने पिपरा मुख्य मार्ग को जाम कर हंगामा किया है. इस दौरान बस चालकों ने अपनी बस को स्टैंड में खड़ी कर सभी जगहों के परिचालन को बाधित कर दिया. गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया है.

जमुई में हिट एंड रन के कानून के विरोध में ऑटो चालकों ने चक्का जाम कर दिया है. ऑटो चालक ने भी समर्थन देते हुए हड़ताल शुरू कर दिया है. इस वजह से जमुई स्टेशन से मुख्यालय जाने वाले करीब तीन सौ ऑटो नहीं चल रहे हैं. जमुई स्टेशन से मुख्यालय की दूरी किमी है. यात्री पैदल ही जाने को विवश हैं. पैदल ही अपने गंतव्य पर जाने को मजबूर हैं.

क्या है हिट एंड रन कानून

हिट एंड रन का सीधा सा अर्थ है कि दुर्घटना के बाद ड्राइवर का गाड़ी के साथ मौके से भाग जाना. अगर किसी गाड़ी से किसी को टक्कर लग गई घायल की मदद करने के बजाय ड्राइवर गाड़ी को लेकर फरार हो जाता है तो ऐसे केस हिट एंड रन में गिने जाते हैं. हिट एंड रन के पुराने कानून के मुताबिक ऐसे मामलों में ड्राइवर को जमानत भी मिल जाती थी और अधिकतम दो साल की सजा का प्रावधान था. कई बार हम देखते हैं कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अगर एक्सीडेंट करने वाला समय पर अस्पताल पहुंचा देता है तो उसकी जान बच जाती है. हालांकि, एक्सीडेंट के बाद मौके से भागने के केस को हिट एंड रन कहा जाता है. ऐसी ही केस में सख्ती का प्रावधान किया गया है.
भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन कानून में जो नए प्रावधान हैं, उसके मुताबिक अगर गाड़ी ड्राइवर हादसे के बाद पुलिस को सूचना दिए बिना फरार होता है तो उसे 10 साल की सजा होगी. इसके साथ ही भारी जुर्माना भी वसूला जाएगा. इस कड़े प्रावधान का देशभर के ट्रक, ट्रेलर, बस, लोकपरिवहन और टैक्सी ड्राइवर विरोध कर रहे हैं. उत्तर भारत के कई राज्यों में इस नए कानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं और हाइवे जाम किए जा रहे हैं.

दुर्घटना के आंकड़े बताते हैं कि हिट एंड रन के मामलों में हर साल देश में 50 हजार लोगों की मौत हो जाती है. मौतों के इन आंकड़ों को देखते हुए ड्राइवरों पर सख्ती करते हुए नए कानून में सख्त प्रावधान जोड़े गए हैं.