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गया जी के पास वंदे भारत पर पथराव, इंजन का शीशा टूटा, यात्रियों में अफरा-तफरी

जहां एक ओर बिहार के गया जी में मेट्रो परियोजना को लेकर तेजी से कार्य हो रहा है, वहीं दूसरी ओर आधुनिक तकनीक से लैस देश की गर्व की हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक बार फिर असामाजिक तत्वों के निशाने पर आ गई है। बुधवार की शाम वाराणसी से रांची जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर गया के समीप पथराव की घटना सामने आई है, जिससे ट्रेन के इंजन का शीशा टूट गया। फिलहाल रेलवे पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।

यह घटना उस वक्त घटी जब वंदे भारत ट्रेन गया जंक्शन होते हुए रांची की ओर बढ़ रही थी। जैसे ही ट्रेन काष्ठा और गया केबिन के बीच पहुंची, अज्ञात लोगों ने उस पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव इतना तेज था कि ट्रेन के इंजन का एक शीशा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।

डरे-सहमे यात्री, मची अफरा-तफरी
अचानक हुए इस हमले से ट्रेन में सफर कर रहे यात्री भयभीत हो गए और कुछ देर के लिए कोचों में हड़कंप मच गया। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि इस घटना में कोई यात्री घायल नहीं हुआ है। घटना के तुरंत बाद इंजन में मौजूद पायलट एसके सिन्हा, सहायक पायलट सुधीर कुमार और गार्ड सुदर्शन कुमार ने इसकी जानकारी रेल प्रशासन को दी। पायलट ने बताया कि पथराव इतना अचानक हुआ कि हमलावरों को देखा भी नहीं जा सका। उन्होंने राहत की बात कही कि कोई यात्री इसकी चपेट में नहीं आया।

पहले भी हो चुका है हमला, सुरक्षा पर उठे सवाल
गया में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी इस रूट पर ट्रेन को निशाना बनाया जा चुका है, जिससे एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस गंभीर घटना को पूर्व मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त व आरपीएफ आईजी अमरेश कुमार ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

रफीगंज आरपीएफ क्षेत्र में हुई घटना, होगी एफआईआर
जिस स्थान पर ट्रेन पर पथराव हुआ, वह औरंगाबाद जिले के रफीगंज आरपीएफ पोस्ट के अंतर्गत आता है। पोस्ट प्रभारी इंस्पेक्टर राम सुमेर ने बताया कि यह घटना काष्ठा से गया के बीच यमुना ब्रिज के पास हुई है। पास ही एक मैदान भी है, जहां अक्सर बच्चे क्रिकेट खेलते हैं। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है और जल्द ही अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।

"कल ही शाम को कष्ठा के पास आरपीएफ के 6 जवान लगे हुए थे, लेकिन जिस स्थान पर पत्थर फेंके गए हैं वहां पर से लगभग 1 किलोमीटर दूरी पर दो जवान थे. घटना की सूचना आधे घंटे बाद मिली. तत्काल रफीगंज पोस्ट से आरपीएफ की टीम पहुंची और घटना की छानबीन में लग गई. इस क्षेत्र में आरपीएफ के द्वारा तीन गांव में जागरूकता अभियान भी चलाई गई थी. अभी इस मामले में केस दर्ज नहीं हुआ है. घटनास्थल पर जांच की जा रही है आगे की कार्रवाई जल्द ही की जाएगी."- राम सुमेर,रफीगंज आरपीएफ पोस्ट इंस्पेक्टर