Movie prime

बांका में शिक्षकों के तबादले की बड़ी प्रक्रिया शुरू, पूरी तरह ऑनलाइन और गोपनीय ढंग से हो रहा कार्य

बिहार के बांका जिले में लंबे समय बाद पहली से बारहवीं कक्षा तक के शिक्षकों का बड़े पैमाने पर तबादला किया जा रहा है। यह तबादला प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल और गोपनीय तरीके से संचालित की जा रही है। शिक्षकों ने दिसंबर 2024 में ऑनलाइन आवेदन किया था और अब ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान इस पर अमल तेज़ी से किया जा रहा है।

जिले को राज्य मुख्यालय से कुल 2961 शिक्षकों के तबादले की सूची प्राप्त हुई है। इनमें से 588 शिक्षक अन्य जिलों से बांका आ रहे हैं। रविवार शाम तक लगभग 1100 शिक्षकों का स्थानांतरण पूरा कर लिया गया है, जबकि बाकी का कार्य आगामी तीन से चार दिनों में निपटा दिया जाएगा।

तबादले की इस प्रक्रिया में शिक्षकों की पहचान को गोपनीय रखा गया है। राज्य मुख्यालय के निर्देशानुसार, किसी भी शिक्षक का नाम, पता, लिंग, जाति या धर्म उजागर नहीं किया गया है। केवल उनके विषय के आधार पर विकल्प भेजे गए हैं, जिसके अनुसार स्कूल आवंटन हो रहा है।

तबादले में प्राथमिकता तय
तबादले में विशेष परिस्थितियों वाले शिक्षकों को वरीयता दी जा रही है। दिव्यांग, गंभीर रोग से पीड़ित, विधवा, परित्यक्ता और पति-पत्नी दोनों शिक्षक होने की स्थिति को प्राथमिकता दी गई है। इसके बाद विशिष्ट श्रेणी, टीआरई-1 और अंत में टीआरई-2 शिक्षकों के तबादले हो रहे हैं।

सीमावर्ती प्रखंडों में अधिक मांग
बांका जिले में देवघर, दुमका और गोड्डा से सटे इलाकों जैसे चांदन, बौंसी, बाराहाट और धोरैया प्रखंडों की पंचायतों में स्थानांतरण की सबसे अधिक मांग देखी जा रही है। हालांकि, इन क्षेत्रों की अधिकतर रिक्तियां पहले ही भर दी गई हैं, जिससे सभी को मनचाहा स्थान मिलना मुश्किल हो सकता है।

10 हजार से अधिक शिक्षकों ने वापस लिया आवेदन
शिक्षा विभाग ने स्थानांतरण से इच्छुक शिक्षकों को आवेदन वापस लेने का विकल्प भी दिया था। इस सुविधा का लाभ उठाते हुए राज्यभर से 10,000 से अधिक शिक्षकों ने आवेदन रद्द कर दिए। बांका जिले में भी सौ से अधिक शिक्षकों ने अपना नाम वापस ले लिया है, जिससे कुल स्थानांतरण की संख्या घटकर लगभग 2800 रह जाने की उम्मीद है।

बिहार के सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों में 2 जून से 21 जून तक ग्रीष्म अवकाश घोषित किया गया है, जिसके चलते स्थानांतरण प्रक्रिया को इस दौरान निष्पादित किया जा रहा है।

"स्थानांतरण के लिए चार सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया गया है, जो दिन-रात काम कर रही है. गर्मी छुट्टी के बाद शहरी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने में यह प्रक्रिया सहायक होगी."- कुंदन कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी