सनसरैया के युवक की हत्या मामले में दो पुलिसकर्मी कार्रवाई के दायरे में, दो आरोपी गिरफ्तार

मुफस्सिल थाना अंतर्गत वार्ड संख्या 41, सनसरैया निवासी ललन महतो के 18 वर्षीय पुत्र अमित कुमार के लापता होने और दो महीने बाद उसका कंकाल मिलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मुफस्सिल थानाध्यक्ष अभिराम सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है, जबकि मामले की जांच कर रहे दारोगा सतीश कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
इस कार्रवाई से जिले के पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। सदर एसडीपीओ विवेक दीप ने जानकारी दी कि थानाध्यक्ष को लाइन बुला लिया गया है और दारोगा को सस्पेंड किया गया है।
उल्लेखनीय है कि 27 मार्च को अमित कुमार अचानक गायब हो गया था, जिसके बाद परिजनों ने 30 मार्च को मुफस्सिल थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच दारोगा सतीश कुमार को सौंपी गई थी, लेकिन मोबाइल टावर डंप, सीआईडी विश्लेषण और अन्य मानवीय सूचनाओं के बावजूद पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला।

इसी बीच 31 मई को बैरिया थाना क्षेत्र के चंद्रावत नदी किनारे झाड़ियों से एक कंकाल बरामद हुआ, जिसकी पहचान मृतक के परिजनों ने कमर में बंधी बेल्ट के आधार पर अमित कुमार के रूप में की। इसके बाद परिवार वालों ने थानाध्यक्ष और जांच अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए।
पुलिस जांच के दौरान सनसरैया गांव के ही दो व्यक्तियों—राजू मियां और उसके पिता फूल मोहम्मद मियां—को अमित की हत्या के शक में गिरफ्तार किया गया है। मृतक की मां रामावती देवी और बहन अनीशा देवी ने बताया कि घटना वाले दिन राजू ने अमित को फोन कर घर बुलाया था, जिसके बाद वह लापता हो गया।
पुलिस ने शव को डीएनए जांच हेतु मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुरक्षित रखवाया है। मामले की गहराई से जांच जारी है और अन्य पहलुओं की भी छानबीन की जा रही है।