Movie prime

झारखंड में 108 एम्बुलेंस सेवा ठप होने की चेतावनी, 28 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे कर्मचारी

झारखंड में 108 एम्बुलेंस सेवा ठप होने की चेतावनी, 28 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे कर्मचारी

झारखंड में आपातकालीन चिकित्सा सुविधा देने वाली 108 नंबर की एम्बुलेंस सेवा 28 जुलाई से ठप हो सकती है। झारखंड प्रदेश एम्बुलेंस कर्मचारी संघ ने अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की घोषणा की है। इस निर्णय से राज्य में आपात सेवाओं पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

कर्मचारियों ने बीते मंगलवार को रांची में प्रदर्शन कर स्वास्थ्य विभाग का ध्यान अपनी समस्याओं की ओर खींचने की कोशिश की थी, मगर सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिली है। इससे नाराज़ होकर कर्मचारियों ने सेवा बंद करने का निर्णय लिया है।

108 एम्बुलेंस कर्मियों की प्रमुख मांगें:

  • सभी कर्मचारियों की सेवा उम्र 60 वर्ष तक सुनिश्चित की जाए
  • 26 जून 2025 को सेवा संचालक संस्था के साथ हुए 9-सूत्रीय समझौते को तत्काल लागू किया जाए
  • एम्बुलेंस सेवा और स्वास्थ्य विभाग के बीच मौजूद बिचौलियों को हटाकर वेतन का भुगतान सीधे NHM (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) से किया जाए
  • पूर्व में निलंबित कर्मियों को बहाल किया जाए और कथित रूप से भ्रष्ट अधिकारियों को हटाया जाए

संघ के प्रदेश अध्यक्ष नीरज तिवारी ने कहा कि 108 एम्बुलेंस सेवा से प्रतिदिन 1500 से 2000 मरीजों को मदद मिलती है। यदि हड़ताल के कारण किसी भी मरीज को समस्या होती है, तो इसकी जिम्मेदारी सरकार और सेवा संचालन करने वाली एजेंसी पर होगी।

हड़ताल से निपटने के लिए वैकल्पिक तैयारी: सिविल सर्जन
रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. बिमलेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनज़र वैकल्पिक एम्बुलेंस सेवाओं की तैयारी की जा रही है ताकि मरीजों को असुविधा न हो। रांची सदर अस्पताल के पास फिलहाल 8 अपनी एम्बुलेंस मौजूद हैं, जबकि पूरे जिले में लगभग 16 अन्य एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध हैं।

डॉ. सिंह ने उम्मीद जताई कि 28 जुलाई से पहले बातचीत के जरिए समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सांसद-विधायक कोटे और CSR के तहत प्राप्त एम्बुलेंस का भी उपयोग किया जाएगा, जिससे सेवा बाधित न हो और आम लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।