भारत-पाक तनाव के बीच झारखंड अलर्ट मोड पर, रांची एयरपोर्ट से लेकर अस्पताल तक सुरक्षा चाक-चौबंद

भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए झारखंड सरकार ने राज्यभर में सतर्कता के व्यापक इंतजाम किए हैं। खासकर राजधानी रांची में सुरक्षा को लेकर विशेष कदम उठाए गए हैं। किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
एयरपोर्ट पर विजिटर्स की एंट्री बंद, सख्त जांच शुरू
रांची एयरपोर्ट पर आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। विजिटर्स पास अब जारी नहीं किए जा रहे हैं। सभी आने-जाने वाले यात्रियों और वाहनों की गहन तलाशी ली जा रही है। सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसके लिए स्निफर डॉग्स की मदद ली जा रही है। वहीं एयरपोर्ट पर सेकेंडरी लेडर चेक पॉइंट की व्यवस्था की गई है, जहां बोर्डिंग से पहले यात्रियों और उनके हैंड बैग्स की अंतिम बार जांच की जा रही है।

रेलवे स्टेशनों पर भी कड़ी निगरानी
रांची और हटिया रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ डटे हुए हैं। स्टेशन परिसरों में आने वाली हर गाड़ी की जांच की जा रही है। यात्रियों के बैग और अन्य सामान की तलाशी डॉग स्क्वॉड की सहायता से की जा रही है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
राजधानी में पुलिस की पैनी नजर, रातभर गश्त
राज्य पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रांची के सभी थानेदारों को रातभर सक्रिय रहने और अपने क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। हर चौक-चौराहे पर निगरानी बढ़ा दी गई है और किसी भी अनजान या संदिग्ध व्यक्ति के मामले में तुरंत पहचान और सत्यापन की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। सीनियर अफसर खुद सुरक्षा इंतजामों पर नजर बनाए हुए हैं और समय-समय पर जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं।
स्वास्थ्य सेवाएं सतर्क, रिम्स में तैयार हैं मेडिकल टीमें
आशंकित परिस्थितियों को देखते हुए रिम्स अस्पताल में विशेष चिकित्सा इंतजाम किए गए हैं। ट्रॉमा सेंटर, पेइंग वार्ड और कॉटेज में 50 बेड को आरक्षित रखा गया है, जिन पर ऑक्सीजन और मॉनिटरिंग की सुविधा मौजूद रहेगी। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर बेड की संख्या बढ़ाने की योजना तैयार है।
रिम्स प्रशासन ने 27 डॉक्टरों की एक विशेष मेडिकल टीम बनाई है। साथ ही 50 स्टाफ नर्स, 50 पैरामेडिकल स्टाफ, 15 व्हीलचेयर और 16 ट्रॉलियों को रिजर्व रखा गया है। दवाओं और जरूरी सर्जिकल उपकरणों की 24x7 उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही, प्रदेशभर के डॉक्टरों की छुट्टियां फिलहाल रद्द कर दी गई हैं। हर स्तर पर प्रशासन चौकन्ना है और किसी भी स्थिति से निपटने को पूरी तरह तैयार है।