अनिल टाइगर ह*त्याकांड: चौबीस घंटे बाद भी नहीं खुला राज, पुलिस के निशाने पर संतु पासवान

भाजपा के चर्चित नेता अनिल महतो उर्फ अनिल टाइगर की हत्या को चौबीस घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अब तक पुलिस को वारदात के असली कारण का पता नहीं चल पाया है। रांची पुलिस ने इस मामले में शूटर रोहित वर्मा से पूछताछ की है। इसके अलावा, लोहरदगा निवासी संतु पासवान को भी हिरासत में लिया गया है, जिसे पुलिस संदिग्ध मान रही है। लोहरदगा पुलिस ने संतु पासवान को बीते बुधवार को रांची पुलिस को सौंपा था। अब देखना यह है कि वह इस हत्याकांड से जुड़ा कोई अहम राज खोलता है या नहीं।
अब तक नहीं मिला अनिल टाइगर और संतु पासवान के बीच कोई संबंध
पुलिस सूत्रों के अनुसार, संतु पासवान पेशे से बस एजेंट है और उसका अब तक अनिल टाइगर से कोई सीधा संबंध सामने नहीं आया है। अनिल टाइगर भाजपा के प्रभावशाली नेता थे और उनकी हत्या के बाद पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। हालांकि, अभी तक कोई ठोस कड़ी नहीं मिली है, जो संतु पासवान को इस हत्याकांड से जोड़ती हो। इससे पहले लोहरदगा में सुभाष जायसवाल हत्याकांड की जांच के दौरान भी अनिल टाइगर का कोई संबंध सामने नहीं आया था।

कांके थाना के पास दिनदहाड़े हुई थी हत्या
यह घटना कांके थाना से महज 50 कदम की दूरी पर घटी, जहां अनिल टाइगर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने शूटर रोहित वर्मा को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि, हिरासत में लेने के बाद आरोपी ने भागने की कोशिश की, जिसमें पुलिस की गोली उसके दाएं पैर में लग गई। इस घटना के बाद भाजपा, आजसू और जेएलकेएम पार्टी ने आक्रोश जताते हुए रांची बंद बुलाया। हत्या के दूसरे दिन बंद का राजधानी में व्यापक असर देखने को मिला, जहां जगह-जगह आगजनी और प्रदर्शन के कारण यातायात प्रभावित रहा।