बाबा बैद्यनाथ मंदिर में ऑनलाइन पूजा की आड़ में करोड़ों की धोखाधड़ी, फर्जी वेबसाइट पर 9,117 लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
देवघर के विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा की ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं को झांसे में लिया और विभिन्न पूजा पैकेज के नाम पर मोटी रकम वसूली। इस ठगी का खुलासा तब हुआ जब हैदराबाद से आए 5 श्रद्धालु ऑनलाइन बुकिंग के बाद मंदिर पहुंचे।
मंदिर पहुंचने पर जब उन्होंने दिए गए नंबर पर संपर्क किया, तो कोई जवाब नहीं मिला। परेशान श्रद्धालु मंदिर प्रबंधन कार्यालय पहुंचे, जहां उन्हें बताया गया कि प्रबंधन की ओर से ऐसी कोई सेवा उपलब्ध नहीं है। ठगी का एहसास होने पर श्रद्धालु हैरान रह गए।
बताते चलें कि इस फर्जी वेबसाइट पर अब तक 9,117 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सामान्य दर्शन के लिए प्रति व्यक्ति ₹5100 शुल्क लिया गया, जिससे कुल मिलाकर 4.64 करोड़ रुपए की ठगी की गई। वेबसाइट पर रुद्राभिषेक, मंत्र जाप, और कांवर यात्रा जैसे कई सेवा पैकेज भी उपलब्ध थे।
जसीडीह का युवक निकला मास्टरमाइंड
श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्होंने “बाबा धाम ऑनलाइन पूजा सर्विस” नामक वेबसाइट से बुकिंग की थी। मामले की जानकारी मिलने पर मंदिर प्रबंधन ने दिए गए नंबर पर संपर्क किया। कॉल के बाद वेबसाइट संचालक को मंदिर बुलाया गया। जांच में पता चला कि यह व्यक्ति जसीडीह के अमरपुर मोहल्ले का निवासी है। पूछताछ के बाद उसे चेतावनी देकर वापस भेज दिया गया। हालांकि, मंदिर प्रशासन ने उसे दोबारा बुलाने और मामले की तह तक जाने की बात कही।
एफआईआर दर्ज कर जांच का आश्वासन
मामले की जानकारी मंदिर प्रभारी और एसडीएम रवि कुमार को दी गई। उन्होंने घटना को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज कर जांच कराने का आश्वासन दिया। हालांकि, अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है। श्रद्धालुओं ने लिखित शिकायत और संबंधित दस्तावेज मंदिर प्रबंधन को सौंप दिए हैं। फर्जी वेबसाइट फिलहाल मेंटनेंस मोड में है और अधिकतर सेवाओं को “कमिंग सून” दिखाया जा रहा है।
साइबर अपराध पर कड़ी कार्रवाई की मांग
यह घटना न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि मंदिर प्रशासन के लिए भी एक बड़ा झटका है। ठगी के शिकार लोगों ने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है। मंदिर प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।