इंटरनेट बंदी पर बाबूलाल का हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप, कहा-हाईकोर्ट में झूठा शपथ पत्र दायर कर न्यायपालिका के साथ भी किया 'फ्रॉड'
इंटरनेट बंदी को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि हेमंत सोरेन ने न केवल राज्य के आदिवासियों और युवाओं के साथ धोखा किया, बल्कि उच्च न्यायालय के समक्ष झूठा शपथ पत्र दायर कर न्यायपालिका के साथ भी ‘फ्रॉड’ किया है। बाबूलाल ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने इंटरनेट बंदी के बारे में उच्च न्यायालय को गुमराह किया और एक झूठा शपथ पत्र दायर कर दिया। उनका कहना है कि यह कदम न केवल राज्य के युवाओं के प्रति सरकार के अविश्वास को दर्शाता है, बल्कि न्यायपालिका को भी धोखा देने का प्रयास है।
हेमंत सोरेन ने झारखंड के आदिवासियों और युवाओं के साथ धोखा करते-करते अब माननीय उच्च न्यायालय के साथ भी 'फ्रॉड' कर दिया है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) September 23, 2024
विगत दो दिनों तक हुई इंटरनेट बंदी ने राज्य में आम जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया। अब जो जानकारी प्राप्त हो रही है उसके अनुसार, राज्य सरकार ने माननीय उच्च… pic.twitter.com/U8Va8eh9z6
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इंटरनेट बंदी से जनता के मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है और हेमंत सरकार ने अपनी मक्कारी की सभी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार न्यायालय के सामने पहले भी कई मुद्दों पर झूठे शपथ पत्र दायर करती आई है, लेकिन इस बार सरकार ने इंटरनेट बंदी करके जनता को धोखा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि JSSC CGL परीक्षा में गड़बड़ी और इंटरनेट बंदी के मुद्दे पर हेमंत सोरेन सरकार उच्च न्यायालय की फटकार को छुपाने की कोशिश कर रही है। भ्रष्ट अधिकारियों और कुछ पोषित पत्रकारों के माध्यम से सच्चाई को दबाया जा रहा है। बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा कि हेमंत सोरेन की सरकार अब अपनी हेकड़ी खो चुकी है। झूठ और धोखेबाजी उनकी कार्यशैली का हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन इस बार सरकार की सच्चाई सामने आ गई है।