मंईयां सम्मान योजना की राशि में देरी से लाभुक परेशान, सरकार से जवाब की उम्मीद, जानें कहां फंसा है पेंच

झारखंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना ने झामुमो सरकार को सत्ता में वापसी में अहम भूमिका निभाई थी। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐलान किया था कि इस योजना के तहत लाभुकों को हर महीने 2500 रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी। लेकिन जनवरी महीना खत्म हो चुका है और अब फरवरी भी शुरू हो गया, फिर भी लाभुकों के बैंक खातों में राशि नहीं पहुंची है। इससे लाभुकों के बीच नाराजगी बढ़ रही है।
लाभुकों के सवाल, प्रशासन की चुप्पी
मंईयां सम्मान योजना की राशि न मिलने से लाभुक लगातार सवाल उठा रहे हैं—आखिर जनवरी की किस्त कब मिलेगी? लेकिन महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के अधिकारी इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे रहे हैं। न तो विलंब के कारण बताए जा रहे हैं और न ही यह स्पष्ट किया जा रहा है कि कितने लाभुक अवैध रूप से इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। प्रशासन की इस चुप्पी से लाभुकों की चिंता और बढ़ गई है।

तकनीकी अड़चनों से अटका भुगतान
सूत्रों के अनुसार, मंईयां सम्मान योजना पोर्टल में आई तकनीकी दिक्कतों के कारण लाभुकों की सूची अपडेट करना मुश्किल हो गया है। भौतिक सत्यापन के दौरान भी कई गड़बड़ियां सामने आई हैं, जिनमें कई लाभुकों के बैंक अकाउंट आधार से लिंक न होने की समस्या भी शामिल है। सत्यापन प्रक्रिया में समय लग सकता है, लेकिन अनुमान है कि 15 फरवरी तक लाभुकों को किस्त जारी हो सकती है।
बजट सत्र से पहले हल निकालने की कोशिश
झारखंड का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू हो रहा है, ऐसे में सरकार पर दबाव है कि इससे पहले इस समस्या का समाधान निकाला जाए। अगर भुगतान में और देरी हुई, तो सरकार को विपक्ष के तीखे सवालों का सामना करना पड़ सकता है। अब देखना होगा कि सरकार कब तक इस समस्या का हल निकालती है और लाभुकों के खातों में सम्मान राशि पहुंचती है।