ब्रिजफोर्ड स्कूल में 'नवरत्न' प्रतियोगिता का भव्य समापन, छात्रों को मिला मंच पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का अवसर
ब्रिजफोर्ड स्कूल में तीन दिवसीय अंतर विद्यालय नवरत्न प्रतियोगिता का समापन और पुरस्कार वितरण समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। इस प्रतियोगिता में 25 विद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया। समापन समारोह में सभी विद्यालयों के प्राचार्य और उप प्राचार्य मौजूद थे। दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें मुख्य अतिथि डी के सिंह, झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी के वाइस चांसलर का स्वागत पौधा देकर किया गया। वाइस चेयरपर्सन प्रियंका जालान और प्राचार्या सीमा चितलांगिया ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया और छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए भाषण दिया।
कार्यक्रम में ब्रिजफोर्ड स्कूल के छात्रों ने सुमधुर गीत प्रस्तुत किया, और छात्राओं ने मनमोहक नृत्य से सभी का दिल जीत लिया। प्रतियोगिताओं के विजेताओं ने भी अपनी-अपनी प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें तेनाली रमन स्टैंड अप कॉमेडी, व्यास स्टोरी टेलिंग, कालिदास नाटक, कबीर ऑन द स्पॉट कविता लेखन प्रतियोगिता और तानसेन संगीत प्रतियोगिता शामिल थीं।
समारोह के दौरान सभी विजेताओं को मुख्य अतिथि डी के सिंह, वाइस चांसलर, और प्राचार्या द्वारा पुरस्कृत किया गया। अपने संबोधन में डी के सिंह ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रतियोगिताओं में भाग लेने से आत्मविश्वास, अनुशासन, और समय प्रबंधन का विकास होता है, जो जीवन में निरंतर सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इस अवसर पर ब्रिजफोर्ड स्कूल के अध्यक्ष नारायण जालान, टेंडर हार्ट स्कूल के अध्यक्ष सुधीर तिवारी, जेवीएम श्यामली के प्राचार्य समरजीत जाना, गुरु नानक स्कूल की प्राचार्या डॉक्टर सुमित कौर, डीएवी पब्लिक स्कूल की प्राचार्या कंचन सिंह सहित विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे। सभी को इस अवसर पर सम्मानित किया गया।
अंग्रेजी शिक्षिका सीमा तिवारी द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया, और धन्यवाद ज्ञापन उप प्राचार्य मनीष दुबे ने प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम की सफलता में शिक्षकों श्रेया सेन गुप्ता, अंकित राजगढ़िया, सीमा तिवारी, कुणाल प्रताप, आरती सिंह, ज्योति सिंह, रवीना तिर्की, कुंदन कुमार और अन्य का विशेष योगदान रहा।
वाइस चेयरपर्सन प्रियंका जालान ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ छात्रों की प्रतिभा को निखारने का एक बेहतरीन माध्यम होती हैं, जिससे वे अपनी कल्पनाओं को उड़ान देते हैं और अपनी अंदरूनी क्षमता को पहचानते हैं। प्राचार्या सीमा चितलांगिया ने बताया कि स्कूल द्वारा समय-समय पर प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं ताकि छात्रों को अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने का मंच मिल सके।