रिश्वतखोरी में फंसे रेलवे के चीफ इंजीनियर, CBI की छापेमारी में 70 लाख कैश और सोना बरामद

रांची से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां रेलवे में भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर में पदस्थापित मुख्य अभियंता विशाल आनंद के आवास पर दिल्ली से पहुंची सीबीआई टीम ने छापा मारा। रांची के साथ-साथ बिलासपुर स्थित उनके निवास पर भी एक साथ रेड की गई।
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान अधिकारियों को विशाल आनंद के ठिकानों से करीब 70 लाख रुपये नकद बरामद हुए। वहीं उनके भाई कुणाल आनंद के घर से लगभग एक किलोग्राम सोना जब्त किया गया है।
सीबीआई को पहले ही विशाल आनंद के खिलाफ घूस लेकर ठेके देने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद उन पर निगरानी रखी जा रही थी। जांच में यह सामने आया कि “झाझरिया निर्माण लिमिटेड” नामक कंपनी के संचालक और विशाल आनंद के बीच निर्माण कार्य के एवज में मोटी रकम देने की डील हुई थी। सीबीआई को इस बात की जानकारी मिली कि एक बैठक के बाद कंपनी के कर्मचारियों को रांची में विशाल आनंद के एक रिश्तेदार को 32 लाख रुपये नकद देने का आदेश दिया गया था।

इस मामले में सीबीआई ने कुल आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें विशाल आनंद, उनके पिता आनंद कुमार झा, भाई कुणाल आनंद के साथ-साथ झाझरिया कंपनी के निदेशक सुशील झाझरिया, उनके प्रतिनिधि सारांश झाझरिया, विन्नाप झाझरिया और कर्मचारी मनोज पाठक शामिल हैं। सीबीआई ने इस घोटाले में चीफ इंजीनियर समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और अब पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।