रिम्स में भ्रष्टाचार जारी, 5 रुपए की पर्ची के लिए वसूले जा रहे 100 रुपये !

रांची स्थित राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में हाल ही में कई नए नियम लागू किए गए, लेकिन भ्रष्टाचार पर कोई रोक नहीं लग पाई है। अस्पताल में सामान्यत: मरीजों को 5 रुपए की पर्ची पर इलाज मिलता है, लेकिन बीते कुछ दिनों में एक अजीब स्थिति देखने को मिली। मरीजों से 50 से 100 रुपए तक वसूले जा रहे हैं, जिससे साफ होता है कि नियमों के बावजूद भ्रष्टाचार जारी है।
कैसे हो रही अवैध वसूली?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों की सुविधा के लिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन सिस्टम शुरू किया है। मरीजों को अब मोबाइल एप के जरिए पंजीकरण करना होता है, जिसके बाद उन्हें टोकन नंबर मिलकर काउंटर से पर्ची दी जाती है। लेकिन यह प्रक्रिया कुछ लोगों के लिए कमाई का जरिया बन गई है।

रिम्स में आने वाले 60-65% मरीज आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, जिनमें से कई के पास स्मार्टफोन तक नहीं होते। उनकी सहायता के लिए अस्पताल प्रबंधन ने ओपीडी काउंटर के बाहर कुछ कर्मचारियों की तैनाती की है, ताकि वे मरीजों को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया समझा सकें।
सहायता के नाम पर उगाही!
जांच में सामने आया कि कुछ लोग इस सुविधा का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे रजिस्ट्रेशन में मदद करने के नाम पर मरीजों से 50 से 100 रुपए तक वसूल रहे हैं। बुधवार को एक पत्रकार ने करीब डेढ़ घंटे तक मौके पर निगरानी की, जिसमें पाया गया कि कतार में लगे लोगों को पैसे देकर प्राथमिकता दिलाई जा रही थी।