दिल्ली : झारखंड भवन में नहीं मिला कमरा, नाराज़ पांकी विधायक शशिभूषण मेहता ने रिसेप्शन पर दिया धरना

पलामू जिले के पांकी से भाजपा विधायक डॉ. शशिभूषण मेहता उस वक्त नाराज हो गए जब दिल्ली के झारखंड भवन पहुंचने पर उन्हें आरक्षित कमरा नहीं मिला। विधायक मेहता ने दो कमरों की बुकिंग करवाई थी और उसे पहले से कंफर्म भी करा लिया था, लेकिन मौके पर उन्हें सूचित किया गया कि केवल एक कमरा उनके नाम पर दर्ज है और वह भी उपलब्ध नहीं है। इस स्थिति से खफा होकर विधायक रिसेप्शन एरिया में ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने अपना सामान वहीं रख दिया और टिफिन खोलकर खाना शुरू कर दिया, जिससे परिसर में असहज स्थिति उत्पन्न हो गई।
विधानसभा अध्यक्ष और मुख्य सचिव से की शिकायत
विधायक ने इस पूरी घटना को अपमानजनक बताते हुए मुख्य सचिव और झारखंड विधानसभा अध्यक्ष को शिकायत भेजी है। उनका कहना है कि झारखंड भवन में राज्य के जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार अनुचित और अपमानजनक है। विधायक मेहता ने झारखंड भवन की व्यवस्थाओं को असंतोषजनक करार देते हुए कहा कि भाजपा विधायकों के साथ जानबूझकर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है।

पूर्व विधायक के नाम पर आरक्षित था कमरा
मेहता ने यह भी बताया कि जांच करने पर पता चला कि जिन कमरों की बात कही जा रही थी, उनमें से एक पूर्व विधायक के नाम पर बुक था जबकि अन्य कमरे खाली पड़े थे। उन्होंने इसे व्यवस्था में गंभीर खामी बताया। विधायक ने कहा कि झारखंड भवन के निर्माण पर सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन उसका लाभ असली हितग्राहियों को नहीं मिल रहा। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपील की कि झारखंड भवन की व्यवस्थाओं में त्वरित सुधार किया जाए और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।