देवघर : सुबह साढ़े 4 बजे खुले बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर के कपाट, वीआईपी दर्शन पर रोक

देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में वैसे तो साल भर भक्तों की भीड़ होती है, लेकिन आज का दिन विशेष है। आज महाशिवरात्रि के अवसर पर सुबह साढ़े 4 बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिये गये। दर्शन के लिए 5 किलोमीटर तक लंबी लाइन लगी है। भोले बाबा के दर्शन हेतु भक्त कल शाम से ही मंदिर पहुँचने लगे थे। तकरीबन डेढ़ लाख लोगों ने आज भोलेनाथ के दर्शन किये।
गौरतलब है कि महाशिवरात्रि के दिन बाबा दूल्हा होते हैं। आज बाबा के श्रृंगार की जगह भव्य चतुष्प्रहर पूजा की जाती है। इसलिए आज सुबह मंदिर के कपाट खुलने से लेकर बंद होने तक भक्तगण बाबा पर जलाभिषेक कर सकेंगे। इसके साथ ही आज पूरे दिन वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा दिया गया है। महाशिवरात्रि के दिन सुबह तीन बजे पट खुलने के बाद पारंपरिक कांचा जल पूजा और सरदारी पूजा के बाद आम भक्तों के लिए साढ़े 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जलाभिषेक रात के करीब साढ़े नौ बजे तक जारी रहेगा, लेकिन श्रृंगार पूजा नहीं होगी। पौने दस बजे के करीब मंदिर के गर्भ गृह को साफ कर पट बंद किया जाएगा।

बाबा के विग्रह पर सिंदूर चढ़ाने की परंपरा
वहीं, बाबा मंदिर के प्रशासनिक भवन में मशाल जलाकर पारंपरिक बारात निकालेगी। बारात में सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा की अगुवाई में चार प्रहर पूजा का सामान लेकर मंदिर के कर्मचारी उपचारक और आचार्य गुलाब पंडित निकास द्वार से गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। चतुष्प्रहर पूजा में बाबा के विग्रह पर सिंदूर अर्पित किया जाएगा। महाशिवरात्रि के दिन ही बाबा के विग्रह पर सिंदूर चढ़ाने की परंपरा है।
स्टेडियम से निकलेगी बारात
शिव बारात समिति की ओर से नगर स्टेडियम से भव्य बारात निकाली जाएगी। बाबा मंदिर से भी पारंपरिक बारात निकलेगी। बाबा बैद्यनाथ को मनोकामनालिंग कहा गया है। अविवाहित लोग इस दिन बाबा पर मोउर-मुकुट चढ़ाकर शादी की कामना करते हैं।
क्या है चतुष्प्रहर पूजा
यह खास पूजा होती है, हर प्रहर में बाबा को दूध, दही, शहद, शक्कर आदि से विशेष पूजा की जाती है। उसके बाद बाबा को वस्त्र अर्पित कर दूल्हे की जयमाला पहनाई जाती है। बाबा के विग्रह पर साड़ी एवं श्रृंगार सामग्री अर्पित करने के बाद सरदार पंडा बेल पत्र से विग्रह पर सिंदूर अर्पित कर बाबा एवं मां पार्वती के विवाह के पहले प्रहर की पूजा संपन्न होगी। महाशिवरात्रि के दसवें दिन बाबा का दशहरा पर्व मनाया जाएगा। इस दिन बाबा और मां पार्वती के बीच बंधे गठबंधन को खोला जाएगा। गठबंधन खोलने की परंपरा दोपहर बाद होगी।
खास होगा जागरण
शिवरात्रि समिति की ओर से बाबा मंदिर परिसर में जागरण के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस साल टी सीरीज के नामी भजन गायक मनोज अजीत अपनी प्रस्तुति देंगे।
खास दर्शन की व्यवस्था
महाशिवरात्रि के दिन बाबा मंदिर आए भक्तों को शीघ्र दर्शनम का कूपन पांच सौ रुपए में मिलेगा। कूपन सुबह पांच बजे से मिलना शुरू गया है। कूपन लेने वाले भक्तों को प्रशासनिक भवन के रास्ते से गर्भगृह में भेजने की व्यवस्था की गई है। वीआईपी पूजा पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसकी सूचना राज्य और केंद्र सरकार को दी गई है।