डॉ. डीके सिंह ने संभाला रांची विश्वविद्यालय का अतिरिक्त दायित्व, सत्र नियमितता और संवाद को दी प्राथमिकता

नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डीके सिंह ने अब रांची विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है। विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार-1 डॉ. प्रीतम कुमार ने उन्हें विधिवत पदभार सौंपा। इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया कि रांची विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र को नियमित करना उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि रेगुलर और वोकेशनल कोर्स की कक्षाएं कम से कम 70 से 80 प्रतिशत नियमित रूप से संचालित की जाएंगी। डॉ. सिंह ने बताया कि वे विभिन्न कॉलेजों का दौरा कर विद्यार्थियों से सीधा संवाद करेंगे और उनकी समस्याओं को समझकर समाधान सुनिश्चित करेंगे।
"मैं हमेशा संवाद के लिए उपलब्ध"
उन्होंने कहा, “मेरा कार्यशैली थोड़ी अलग है। मैं संवाद में विश्वास करता हूं और मेरे दरवाजे छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए हर समय खुले हैं। कोई भी मुझसे कभी भी अपनी समस्या लेकर मिल सकता है।” डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि वे सप्ताह में तीन दिन रांची विश्वविद्यालय और शेष तीन दिन नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय में कार्य करेंगे, जिससे दोनों विश्वविद्यालयों के कामकाज में कोई रुकावट नहीं आएगी और संतुलन बना रहेगा।

छात्र संघ चुनाव पर होगी चर्चा
छात्र संघ चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर डॉ. सिंह ने कहा कि छात्र संगठनों से बातचीत के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नामांकन की स्थिति और सत्र की स्थिरता को ध्यान में रखते हुए छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे विद्यार्थियों की विश्वविद्यालयीय गतिविधियों में भागीदारी बढ़ाने पर विशेष ध्यान देंगे।
विभिन्न संगठनों ने दी शुभकामनाएं
डॉ. सिंह के कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत अनेक संगठनों और प्रतिनिधिमंडलों ने शिष्टाचार भेंट कर उन्हें शुभकामनाएं दीं। वोकेशनल टीचर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अटल पांडेय और अवधेश ठाकुर ने मुलाकात कर विश्वविद्यालय की विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की।
अबुआ अधिकार मंच के संयोजक अभिषेक शुक्ला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति से मिलकर विद्यार्थियों की उम्मीदों और आवश्यकताओं को सामने रखा। डॉ. सिंह ने आश्वासन दिया कि वे विद्यार्थियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करेंगे और विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता, प्रशासनिक पारदर्शिता और छात्र सहभागिता को बढ़ावा देंगे।
इस अवसर पर जेएमएम छात्र मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल भी अमन कुमार तिवारी और असद फराज के नेतृत्व में कुलपति से मिला और शिक्षकों की कमी सहित कई बुनियादी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। कुलपति ने भरोसा दिलाया कि सभी समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम जल्द उठाए जाएंगे।