भारी बारिश की वजह से जामताड़ा-देवघर को जोड़ने वाला मुख्य पुल क्षतिग्रस्त, सैकड़ों गांवों का संपर्क टूटा
जामताड़ा में बीते एक महीने से हो रही लगातार मूसलधार बारिश के कारण जिले की कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। इस वजह से जामताड़ा और देवघर के बीच स्थित एक अहम पुल गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पुल के टूटने से दक्षिण बहाल समेत कई गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया है, जिससे ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गुरुवार को दक्षिण बहाल गांव के निवासियों ने देखा कि पुल के पांच पिलर तेज बहाव की चपेट में आकर टूट गए हैं। यह खबर पूरे इलाके में जंगल की आग की तरह फैल गई। थोड़ी ही देर में आस-पास के गांवों से सैकड़ों लोग पुल की स्थिति देखने पहुंच गए। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी।
सूचना मिलते ही उपायुक्त रवि आनंद, पुलिस अधीक्षक राज कुमार मेहता और अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार हरकत में आ गए। एसडीओ अनंत कुमार ने पीडब्ल्यूडी और जामताड़ा थाना पुलिस के साथ मौके का मुआयना किया। तत्काल प्रभाव से पुल पर चार पहिया और भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई और सुरक्षा हेतु ब्रैकेटिंग की गई।
पीडब्ल्यूडी विभाग ने पुल की गहन जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी है। फिलहाल पुल की हालत बेहद चिंताजनक है, जिससे जामताड़ा और देवघर को जोड़ने वाला मुख्य रास्ता पूरी तरह बाधित हो गया है।
यह पुल न सिर्फ जामताड़ा का लाइफलाइन माना जाता है, बल्कि कर्माटांड़, करों, चितरा, सारठ, मधुपुर, देवघर और दुमका जैसे इलाकों को भी जोड़ता है। साथ ही, यह गोविंदपुर-साहिबगंज स्टेट हाईवे से भी जामताड़ा जिला मुख्यालय को जोड़ता है।
पुल टूटने से स्कूल जाने वाले बच्चों, मरीजों और नौकरीपेशा लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। दक्षिण बहाल पंचायत के लोग पहले केवल 1-2 किलोमीटर की दूरी तय कर अस्पताल, स्कूल, कॉलेज और अन्य आवश्यक संस्थानों तक पहुंचते थे, पर अब उन्हें 20 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है।
अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार ने बताया कि उन्होंने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया और एहतियात के तौर पर सभी भारी वाहनों पर रोक लगाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि पुल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय किए जा चुके हैं।
स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पुल का पुनर्निर्माण शीघ्र शुरू कराया जाए, जिससे उनकी परेशानियां खत्म हो सकें। प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया है कि मरम्मत व निर्माण कार्य जल्द आरंभ होगा और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।







