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दुमका : पेट्रोल कांड के आरोपियों को सज़ा मिलने के बाद भी खुश नहीं पीड़िता के परिजन, पुलिस से लगायी गुहार

 

दुमका पेट्रोल कांड के आरोपियों को कोर्ट ने कल आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है। हालांकि पीड़िता के परिवार वाले आरोपियों को सज़ा होने के बाद भी नाखुश हैं। अंकिता (मृतक) के दादा ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। दरअसल कोर्ट के फैसले के बाद से अंकिता के परिजन भयभीत हैं। उनका कहना है कि गुरुवार को परिवार के सदस्य बिना किसी सुरक्षा के घर से कोर्ट पहुंचे। इसके बाद कोर्ट से घर वापस भी अकेले ही लौटे। वहीं उनका घर संवेदनशील इलाके में है। इस वजह से वो लोग काफी डरे हुए हैं।

गौरतलब है कि दुमका के बहुचर्चित पेट्रोल कांड के दोषी शाहरुख हुसैन और मो. नईम अंसारी को कोर्ट ने 28 मार्च को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अंकिता हत्याकांड में दुमका के नगर थाना में पुलिस ने शाहरुख हुसैन और नईम अंसारी के खिलाफ धारा 302, 307, 326 ए, 354, 504, 506, 509, 34 और 120बी के साथ पॉक्सो की धाराओं में भी केस दर्ज किया गया था। तकरीबन 2 साल तक चली सुनवाई में कोर्ट में 51 लोगों की गवाही हुई। इसके बाद 28 फरवरी को कोर्ट ने शाहरुख और नईम को दोषी ठहराया। सजा सुनाने के समय दोनों दोषियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान अंकिता के पिता, दीदी और जीजाजी कोर्टरूम में मौजूद थे। शाहरुख और नईम को आजीवन कारावास और 25-25 हजार रुपये का जुर्माना की सजा दी गई है। 

ज्ञातव्य हो कि मामला 22 अगस्त 2022 का है। शाहरुख नामक एक स्थानीय युवक अंकिता से एकतरफा प्यार करता था। उसने किशोरी को कई बार प्रपोज किया था। हर बार किशोरी ने इनकार कर दिया। इसके बाद शाहरुख ने अपने एक साथी की मदद से खिड़की के जरिए पेट्रोल छिड़का और उसके बाद आग लगा दी। इस घटना में 16 वर्षीय अंकिता बुरी तरह जल गई थी। पहले स्थानीय अस्पताल में इलाज हुआ। उसे रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। यहां बुरी तरह झुलसी अंकिता 5 दिनों तक संघर्ष करती रही और फिर दम तोड़ दिया।