एक्साइज कॉन्स्टेबल बहाली मामले पर बवाल, JSSC ने किया बड़ा बदलाव, जानें
राज्य में चल रही उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान अब तक 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक बीमार पड़ गए हैं। सात अलग-अलग केंद्रों पर हो रही इस परीक्षा में हुई मौतों ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। विपक्षी नेताओं ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए इसे प्रशासन की लापरवाही करार दिया है। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत अधिकारियों को तलब किया और तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधिकारियों ने जेएसएससी को यह परीक्षा दिन के बजाय अहले सुबह आयोजित करने की सलाह दी, जिसके बाद यह परीक्षा दिन के बजाय सुबह 4.30 बजे आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
विपक्ष का हमला, सरकार पर लापरवाही के आरोप
विपक्ष ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर हमला करते हुए इसे प्रशासनिक असफलता बताया है। उनका कहना है कि सरकार ने परीक्षा के लिए बेहतर इंतजाम नहीं किए, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की मौत हो गई। वहीं, सरकार ने मामले की जांच और आवश्यक सुधार करने की बात कही है। इस घटना ने राज्य में बड़ी बहस छेड़ दी है, जहां सरकार पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं और परीक्षा की प्रक्रिया को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की मांग उठाई जा रही है।