पूर्व प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह की जयंती पर राजद कार्यालय में श्रद्धांजलि, वर्तमान सरकार पर जमकर बरसे राजद नेता

राजद प्रदेश कार्यालय में आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय विश्वनाथ प्रताप सिंह की जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश महासचिव व मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने वी.पी. सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
अपने संबोधन में यादव ने कहा कि यह दिन भारतीय राजनीति के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि वी.पी. सिंह जैसे प्रतिबद्ध नेता का जन्म इसी दिन हुआ था। उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए समाज के पिछड़े वर्गों — अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग — को 50 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐतिहासिक फैसला लिया था। यह निर्णय उनकी सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

25 जून 1975: लोकतंत्र पर काले दिन की याद
कैलाश यादव ने इसी दिन 25 जून 1975 को लगे आपातकाल को देश के लोकतंत्र पर एक काले धब्बे के रूप में याद करते हुए कहा कि आज का दिन सिर्फ वी.पी. सिंह की जयंती ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर लगे आघात की भी स्मृति है। इंदिरा गांधी की सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल ने भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं को गहरा आघात पहुंचाया।
मोदी सरकार पर गंभीर आरोप
यादव ने केंद्र की मौजूदा मोदी सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि वर्तमान शासन 1975 की आपातकालीन परिस्थितियों से भी ज्यादा भयावह स्थिति उत्पन्न कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य संकट, किसानों की दुर्दशा और सामाजिक असमानता चरम पर है।
उन्होंने कहा कि देश 75 साल पूरे होने पर "अमृतकाल" मना रहा है, लेकिन आम जनता आर्थिक तंगी, असुरक्षा और असंतोष से जूझ रही है। वहीं दूसरी ओर लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता को कुचला जा रहा है—चाहे वह न्यायपालिका हो, मीडिया या विपक्षी दल।
संविधान और लोकतंत्र पर खतरे का दावा
कैलाश यादव ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान को कमजोर करने की लगातार कोशिशें हो रही हैं। तिरंगे की जगह भगवा झंडा फहराने की बातें की जा रही हैं और देश में जातीय और सांप्रदायिक तनाव को जानबूझकर बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की विदेश नीति से लेकर शिक्षा और कृषि नीति तक सभी क्षेत्रों में दिशाहीनता और अनुभवहीनता स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। मौजूदा हालात एक ‘अघोषित आपातकाल’ की स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं।
इस श्रद्धांजलि सभा में रामकुमार यादव, शब्बर फातमी, शाहबाज अंसारी, शुभम ठाकुर, कमलेश यादव, शालिग्राम पांडेय, विभाकर कुमार, फुलमनी देवी, राजकिशोर सिंह समेत कई कार्यकर्ता एवं नेता उपस्थित रहे।