ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के नागरिकों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार
अपराध अनुसंधान विभाग (CID) ने सोमवार को किशोरगंज स्थित एक ऑफिस में छापेमारी की। दरअसल, इस ऑफिस में इंटेलीजेंस के नाम पर विदेशी नागरिकों को धमका कर ठगी की जाती थी। अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर से जांच एजेंसी के नाम पर विदेशी नागरिकों को ठगने की सूचना मिलने पर CID की टीम किशोरगंज स्थित बीएम हाइट पहुंची। जांच के दौरान पता चला कि एकरामुल अंसारी और रविकांत नाम के व्यक्ति रिकी कंसल्टेंसी सर्विसेज, जीजी इंफोटेक व आरोग्य ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फर्जी कॉल सेंटर चला रहे हैं। इन फर्जी कॉल सेंटर से इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के लोगों को इंटरनेट कॉलिंग साफ्टवेयर से कॉल किया जाता है। उन्हें इंटेलीजेंस एजेंसी के नाम पर धमका कर ईमेल भेज रिमोट डेस्कटॉप एप्लीकेशन का प्रयोग कर ठगी करते है।
30 कंप्यूटर सिस्टम की जांच में जुटे साइबर एक्सपर्ट: साइबर अपराध थाना रांची की पुलिस ने फर्जी काल सेंटर के करीब 30 कंप्यूटरों की जांच शुरू की है। इसमें कई विदेशी नागरिकों का डेटा और प्राइवेट डेटा पाया गया है। मामले की जांच जारी है।
रिमोट डेस्कटॉप एप्लीकेशन से ठगी
ठगी के लिए 30-15 लोगों को काम पर रखा: संचालकों ने विदेशी नागरिकों को ठगने व उन्हें कॉल करने के लिए 30 लोगों को नौकरी पर रखा था। युवक-युवतियां दो शिफ्ट में 24 घंटे काम कर रहे थे। कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों से सीआईडी की टीम गहन पूछताछ कर रही है।