जेल से बाहर आते ही पिता से मिलने पहुंचे हेमंत
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आज जमानत मिल गई है। जेल से बाहर आते ही हेमंत सोरेन सीधा अपने पिता और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन से मिलने पहुंचे हैं। खबर लिखे जाने तक उनकी मुलाकात जारी है। सफेद गाड़ी में सवार होकर हेमंत सोरेन सबसे पहले अपने माता-पिता का आशीर्वाद लेने पहुंचे। जेल से निकलने के बाद हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकर्ताओं को हाथ हिलाकर अभिवादन किया और हाथ जोड़कर धन्यवाद दिया। होटवार जेल के बाहर "हेमंत सोरेन जिंदाबाद" के नारे गूंजते रहे। हेमंत सोरेन को लेने उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, भाई बसंत सोरेन, मंत्री हफीजुल हसन, विधायक सुदिव्य सोनू समेत जेएमएम के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे।
घर में आने के बाद मां ने सबसे पहले बेटे को तिलक लगाया और आरती उतारी। इसके बाद मिठाई और दही खिलाकर हेमंत सोरेन का स्वागत किया। वहीं जेल से बाहर आने के बाद हेमंत सोरेन ने सबसे पहले कोर्ट को धन्यवाद दिया और अपने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “विगत 5 महीनों के बाद मैं जेल से बाहर आया हूं। पिछले 5 महीने झारखंड के लिए चिंताजनक रहे। पूरा देश जानता है कि मैं जेल क्यों गया था…अंत में कोर्ट ने अपना न्याय सुनाया है उसी के तहत मैं आज जेल से बाहर हूं मैं कोर्ट का सम्मान करता हूं।”
बताते चलें कि पूरे 148 दिन बाद हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए हैं। हाईकोर्ट ने उन्हें 50 हजार के 2 निजी मुचलके पर जमानत दी है। हेमंत सोरेन के भाई और राज्य सरकार के मंत्री बसंत सोरेन और कुमार सौरव उनके बेलर बने हैं। 13 जून को इस मामले की सुनवाई पूरी हुई थी, लेकिन फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस रंगोन मुखोपाध्याय की कोर्ट में सुनवाई हुई थी।