झारखंड एक्साइज कांस्टेबल भर्ती में 12 मौतों पर सियासत गरमाई, हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर लगाया आरोप
झारखंड में एक्साइज कांस्टेबल भर्ती की दौड़ के दौरान अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य अस्पताल में भर्ती हैं। इन मौतों के बाद सरकार दौड़ के नियमों में बदलाव की तैयारी कर रही है। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन मौतों के पीछे कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि केवल दौड़ के कारण ही नहीं, बल्कि लोग चलते-चलते भी मर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के समय देश में लगाए गए टीके का असर अब दिख रहा है। यह वैक्सीन पूरी दुनिया में बंद कर दी गई थी, लेकिन भारत में इसे इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण अब मौतें हो रही हैं।
भर्ती प्रक्रिया में हो सकते हैं बदलाव
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अब पुलिस विभाग दौड़ की दूरी और समय सीमा को कम करने पर विचार कर रहा है। सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है और भर्ती के लिए नए मानक तय करने पर विचार कर रही है। संभावना जतायी जा रही है कि सिपाही भर्ती के लिए 1.6 किलोमीटर की दौड़ 5-6 मिनट में या 5 किलोमीटर की दौड़ 25 मिनट में पूरी करनी होगी। अब 10 किलोमीटर की दौड़ अनिवार्य नहीं होगी।
मामले पर सियासत तेज, भाजपा ने उठाई मुआवजे की मांग
इस पूरे मामले पर राजनीति भी गर्मा गई है। भाजपा ने सरकार से मृतक परिवारों को 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है। इसके साथ ही भाजपा ने पीड़ित परिवारों को एक लाख रुपये की सहायता भी दी है। दूसरी तरफ, हेमंत सोरेन सरकार इन मौतों के लिए कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार ठहराने पर अड़ी हुई है, जिससे राजनीतिक बहस और तेज हो गई है।