झारखंड राय विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुये राज्यपाल, विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की कामना की

झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची के 5वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस अवसर पर उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समारोह में कुल 393 विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गईं, जिनमें 122 स्नातकोत्तर और 184 स्नातक विद्यार्थी शामिल थे। राज्यपाल ने इस ऐतिहासिक क्षण को विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह दीक्षांत समारोह केवल एक शैक्षिक प्रक्रिया का समापन नहीं, बल्कि एक नए सफर की शुरुआत है, जिसमें विद्यार्थियों को अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करना होगा।
इस अवसर पर 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस' का उल्लेख करते हुए उन्होंने विज्ञान और अनुसंधान के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकट रामन की खोज 'रमन प्रभाव' की भाँति विद्यार्थियों को भी नवाचार और अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। राज्यपाल ने समारोह में विशेष रूप से 92 छात्राओं के उपाधि प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त की, जिनमें से 10 को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। उन्होंने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत बताया और 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान की सफलता का उदाहरण दिया।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत @2047' दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए युवाओं से आत्मनिर्भरता, नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे राष्ट्र निर्माण का माध्यम बनाना आवश्यक है।
झारखंड राय विश्वविद्यालय के 'इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल' की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह संस्थान शिक्षा के साथ-साथ नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत मूल्य आधारित शिक्षा प्रणाली को अपनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
अंत में, राज्यपाल ने विद्यार्थियों को संघर्षों का सामना करने और अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को समाज और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि झारखंड राय विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अपने ज्ञान और कर्मठता से देश को गौरवान्वित करेंगे।