झारखंड में MBBS छात्रों को राहत, बंधनमुक्त होने के लिये शुल्क में छूट

झारखंड सरकार ने राज्य के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों से एमबीबीएस करने वाले छात्रों के लिए बड़ी राहत दी है। अब झारखंड में एमबीबीएस करने वाले छात्रों को राज्य में 3 साल की अनिवार्य सेवा देनी होगी, लेकिन इस नियम में आंशिक संशोधन किया गया है।
पहले, यदि कोई छात्र इस सेवा अवधि को पूरा किए बिना राज्य छोड़ना चाहता था, तो उसे 30 लाख रुपए जमा करने होते थे। लेकिन अब सरकार ने इस शर्त में बदलाव किया है। नए नियम के तहत, यदि कोई पीजी उत्तीर्ण छात्र 3 साल की सेवा में केवल 2 साल पूरा करके बाहर जाना चाहता है, तो उसे बाकी के 12 महीनों के लिए शुल्क अदा करना होगा।
इसका मतलब यह है कि छात्रों को प्रतिमाह 1,25,000 रुपए की दर से केवल 12 महीने के लिए 15 लाख रुपए का भुगतान करना होगा। पहले की तुलना में यह राशि आधी कर दी गई है, जिससे छात्रों को आर्थिक रूप से राहत मिलेगी। सरकार के इस संशोधन को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
