अब झारखंड में विवाह पंजीकरण को मिलेगा बढ़ावा, मैरिज रजिस्ट्रेशन के सरकार चलायेगी जागरूकता अभियान

झारखंड सरकार ने विवाह पंजीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है। राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव ने राज्य के सभी जिलों में निबंधन अधिकारियों और अवर निबंधकों को निर्देश दिया है कि वे आमजन के बीच इसके प्रति जागरूकता बढ़ाएं और लोगों को विवाह का पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित करें।
सूचना बोर्ड और जनजागरण अभियान का सहारा
विवाह पंजीकरण को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से, राज्य के सभी निबंधन कार्यालयों में अब सूचना बोर्ड लगाए जाएंगे। ये बोर्ड आने-जाने वाले नागरिकों को विवाह पंजीकरण के महत्व और इससे मिलने वाले लाभों की जानकारी देंगे। साथ ही विभाग विशेष जागरूकता अभियान भी चलाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इस कानूनी प्रक्रिया को अपनाएं।

ऑनलाइन प्रक्रिया से होगी पंजीकरण में आसानी
सरकार ने विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए एक ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार किया है। इसके जरिये हिंदू विवाह अधिनियम और विशेष विवाह अधिनियम के अंतर्गत विवाहों का पंजीकरण ऑनलाइन किया जा सकेगा। इस डिजिटल व्यवस्था की फिलहाल समीक्षा की जा रही है और जल्द ही इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।
कानूनी मान्यता और योजनाओं का लाभ
पंजीकृत विवाह कई मायनों में लाभकारी होता है। यह न केवल पति-पत्नी को कानूनी संरक्षण देता है, बल्कि बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है। इसके अलावा, विवाह का पंजीकरण करवाने पर सरकारी योजनाओं का लाभ लेना भी आसान हो जाता है।