झारखंड में लोकतंत्र की जगह तानाशाही का दौर : हिमंता बिस्वा सरमा
Aug 25, 2024, 19:33 IST
असम के मुख्यमंत्री और झारखंड में भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए झारखंड में सरकार की विफलता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल से अधिक समय बीतने के बावजूद सरकार जनता से किए वादे पूरे करने में नाकाम रही है। रविवार को रांची में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरमा ने कहा कि झारखंड में तानाशाही चल रही है और सरकार से सवाल करना अब गुनाह बन चुका है।
हेमंत सोरेन सरकार पर हमला
हिमंता सरमा ने हेमंत सोरेन को सीधे तौर पर निशाना बनाते हुए कहा कि राज्य सरकार खुद को "भगवान" समझ रही है। उन्होंने डीजीपी की योग्यता पर भी सवाल उठाया और कहा कि उनके नेतृत्व में झारखंड में विधानसभा चुनाव कराना संभव नहीं है। सरमा ने चुनौती देते हुए कहा कि हेमंत सरकार ने अब तक क्या किया है? उन्होंने सवाल किया कि राज्य के युवाओं, महिलाओं, किसानों और सरकारी कर्मचारियों को क्या मिला?
सरमा ने 2019 के चुनाव में दिए गए वादों को याद दिलाते हुए कहा कि सरकार ने शहीद निर्मल महतो के शहादत स्थल पर पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। अब सरकार के पास केवल एक महीना बचा है, और अगर वादा पूरा नहीं होता, तो हेमंत सोरेन को राजनीति से संन्यास लेना चाहिए।
सरकार पर लूट और घुसपैठ के आरोप
सरमा ने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार मंईया योजना के तहत महिलाओं को देने की बजाय प्रचार-प्रसार में अधिक पैसा खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि खिजरी क्षेत्र की महिलाएं बालू के लिए संघर्ष कर रही हैं, जबकि सरकार बालू माफियाओं को नियंत्रण में रखने में नाकाम साबित हो रही है।
सरमा ने राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा भी उठाया और कहा कि हाल ही में एक डॉक्टर को अलकायदा से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया, लेकिन राज्य सरकार इस मुद्दे को स्वीकार नहीं कर रही है।
युवाओं पर अत्याचार और पुलिस कार्रवाई
सरमा ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि युवाओं द्वारा निकाली गई जन आक्रोश रैली में शामिल लोगों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा, भाजपा के नेताओं पर एफआईआर दर्ज करने के साथ ही 12,000 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया, जिसमें नॉन बेल की धारा लगाई गई है। उन्होंने कहा कि झारखंड में जलियांवाला बाग जैसी स्थिति पैदा की जा रही है, और सरकार को इसे रोकने की चेतावनी दी।
भाजपा की मांगें
भाजपा ने राज्य के डीजीपी के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत करने की योजना बनाई है। सरमा ने कहा कि झारखंड में कानून का राज खत्म हो चुका है और भाजपा सितंबर में फिर से आकर जवाब मांगेगी। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार को जागरूक रहना चाहिए और जनता से किए वादों को पूरा करना चाहिए, नहीं तो भाजपा उन्हें चैन से सोने नहीं देगी।
बाबूलाल मरांडी और अमर बाउरी का बयान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि सर्व जन पेंशन योजना और मंईया योजना जैसी योजनाएं झूठे वादे साबित हुई हैं। अमर बाउरी ने भी हेमंत सोरेन सरकार के पांच साल के कार्यकाल को वादाखिलाफी का उदाहरण बताया और कहा कि इस सरकार ने हर वर्ग के साथ धोखा किया है।
भाजपा ने घोषणा की है कि वह शहीद निर्मल महतो के शहादत स्थल पर जाकर सरकार से जवाब मांगेगी और वादों को पूरा करने के लिए दबाव बनाएगी।