झारखंड पुलिस की समीक्षा बैठक, ई-साक्ष्य ऐप के अनिवार्य उपयोग पर ADG ने दिया जोर

झारखंड पुलिस के ट्रेनिंग एंड मॉर्डनाइजेशन विभाग की एडीजी सुमन गुप्ता ने आज राज्यभर के रेंज डीआईजी, एसएसपी और एसपी स्तर के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। यह बैठक पुलिस मुख्यालय के सभागार में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धाराओं के सही और प्रभावी उपयोग पर चर्चा करना था। इसके अलावा, क्राइम सीन की जांच, घटनास्थल का निरीक्षण, तलाशी और जब्ती प्रक्रिया को बेहतर बनाने तथा गवाहों के बयान को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रिकॉर्ड कर ई-साक्ष्य ऐप पर अपलोड करने की प्रक्रिया पर जोर दिया गया।
ई-साक्ष्य ऐप का अनिवार्य उपयोग
एडीजी सुमन गुप्ता ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को निर्देश दिया कि अनुसंधान के दौरान अपराध से जुड़े साक्ष्यों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी ई-साक्ष्य ऐप के माध्यम से ही की जाए। इसके लिए अनुसंधानकर्ताओं को ऐप का अनिवार्य रूप से उपयोग करने का निर्देश दिया गया। बैठक में पुलिस मुख्यालय की टीम ने एक पीपीटी के जरिए इस ऐप के उपयोग की विस्तृत जानकारी साझा की। साथ ही, जिलों में इस ऐप के उपयोग की समीक्षा भी की गई।

DIG और पुलिस अधिकारियों को विशेष निर्देश
बैठक में यह निर्देश दिया गया कि सभी क्षेत्रीय पुलिस डीआईजी सुनिश्चित करेंगे कि जिला स्तर पर अनुसंधानकर्ताओं द्वारा ई-साक्ष्य ऐप का सही तरीके से उपयोग हो रहा है या नहीं। इसके लिए नियमित अनुश्रवण किया जाएगा।
बैठक में प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद
इस समीक्षा बैठक में एडीजी सुमन गुप्ता के साथ सीसीटीएनएस के राज्य नोडल पदाधिकारी सह जैप डीआईजी कार्तिक एस, सीआईडी डीआईजी संध्या रानी मेहता, आईटीएनआईसी के सीनियर डायरेक्टर राजीव कुमार सिन्हा, डिप्टी डायरेक्टर अनुप रंजन, सीसीटीएनएस के डाटाबेस एडमिन संदीप कौशिक और एसपीएमयू के अन्य सदस्य शारीरिक रूप से उपस्थित रहे। वहीं, राज्यभर के रेंज डीआईजी, एसएसपी और एसपी स्तर के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।