झामुमो ने चंपाई सोरेन को अपमानित किया है, उनकी नाराज़गी जायज़ : सीता सोरेन
झारखंड में राजनीतिक हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है। सोरेन परिवार की बड़ी बहू और पूर्व विधायक सीता सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने के बाद एक बार फिर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन की नाराजगी पूरी तरह से सही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तरह से उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया गया, वह न सिर्फ अपमानजनक था, बल्कि अमर्यादित भी था। इस फैसले में उनसे कोई सलाह-मशविरा नहीं किया गया और अचानक से उन्हें पद से हटा दिया गया, जो अनुचित है।
बीजेपी कार्यालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए सीता सोरेन ने स्पष्ट किया कि भाजपा में शामिल होने का फैसला पूरी तरह से उनका निजी निर्णय है, जिसे वह खुद तय करेंगी। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की दमनकारी नीतियों के चलते राज्य में असंतोष का माहौल बन रहा है। खासतौर पर युवाओं को युवा आक्रोश रैली में शामिल होने से रोका जा रहा है, लेकिन झारखंड के युवा पीछे हटने वाले नहीं हैं और जल्द ही मोरहाबादी मैदान में सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे।