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JPSC का पेपर नहीं हुआ लीक, 21 परीक्षार्थी पर नामजद, 50 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज


गत रविवार को झारखंड लोकसेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा के 342 पदों के लिए रांची समेत राज्य 24 जिलों के 834 केंद्रों पर प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गयी थी। पहली पाली का प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए धनबाद, जामताड़ा और चतरा के अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। परीक्षा ख़त्म होने के बाद आयोग ने उपायुक्त से प्रश्नपत्र लीक मामले में रिपोर्ट मांगी। इसके बाद उपायुक्त ने आयोग को जो रिपोर्ट दी, उसके मुताबिक परीक्षार्थी जिस मुद्दे को लेकर हंगामा कर रहे थे, वह निराधार है। 

किसी भी जिले के परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ है। प्रश्नपत्र पत्र और ओएमआर शीट के खुला मिलने को लेकर आयोग का कहना है कि इसे हर परीक्षा केंद्र पर सेंटर हेड, मजिस्ट्रेट और परीक्षार्थियों के सामने वीडियोग्राफी कराते हुए खोला गया। आयोग ने कहा है कि पेपर लीक का आरोप महज अफवाह है। इसके बाद आयोग ने सरकार को नए कानून के तहत कार्रवाई करने की अनुशंसा कर दी है। ताकि अफवाह फैलाने वाले पर चिन्हित कर कार्रवाई की जा सके। आयोग ने कहा है कि इस तरह के अफवाह से जेपीएससी की छवि धूमिल हुई है।

जामताड़ा में प्रश्नपत्र लेकर भागे थे छात्र
सबसे अधिक हंगामा जामताड़ा जिले के दो सेंटर में हुआ था। जामताड़ा उपायुक्त की ओर से भेजे गए रिपोर्ट में कहा गया है कि मिहिजाम के जेजेएस इंटर कॉलेज और डिग्री कॉलेज से चार परीक्षार्थी परीक्षा शुरू होते ही प्रश्नपत्र लेकर भागे थे। इनकी पहचान कर ली गई है। इस लेकर मिहिजाम थाने में दो एफआईआर कराई गई हैं। पहले एफआईआर में 50 अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया है तो दूसरे एफआईआर में 21 परीक्षार्थियों को नामजद बनाया गया है। इन पर परीक्षा बाधित करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।

आयोग ने सीएस को लिखी चिट्‌ठी
जेपीएससी की ओर से उपायुक्तों के द्वारा भेजे गए रिपोर्ट के आधार पर मुख्य सचिव को पत्र लिखा गया है। सूत्रों की मानें तो पत्र में कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। पत्र में सीएस को बताया गया है कि किसी भी परीक्षा केंद्र में कोई दिक्कत नहीं हुई है। परीक्षा शांतिपूर्ण रही है। वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से दो तीन परीक्षा केंद्र के वीडियो बिना जांच के प्रसारित किए गए हैं। इससे आयोग की छवि धूमिल हुई है। ऐसी अफवाह फैलाने वालों पर नई नियमावली के अनुसार कार्रवाई करने का अनुरोध पत्र में किया गया है।

क्या है पूरा मामला
रविवार को जेपीएससी सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा 24 जिले के 834 केंद्रों में ली गई। परीक्षा शुरू होते ही सबसे पहले चतरा के उपेंद्रनाथ वर्मा इंटर कॉलेज में परीक्षार्थियों ने हंगामा किया। परीक्षार्थियों ने प्रश्नपत्र और ओएमआर शीट की सील खुला होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इसके बाद जामताड़ा के दो परीक्षा केंद्रों पर इसी मुद्दे को लेकर हंगामा हुआ। धनबाद डीपीएस स्कूल में बने सेंटर पर भी हंगामा हुआ। इसी बीच दो-तीन वीडियो वायरल हुए कि जामाताड़ा में परीक्षार्थी सेंटर के बाहर ओएमआर शीट भर रहे हैं।

चतरा में हंगामा करने वाले 35 परीक्षार्थियों ने मांगी माफी
चतरा के पकरिया में स्थित उपेंद्रनाथ वर्मा इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर हंगामा कर परीक्षा का बहिष्कार करने वाले 35 परीक्षार्थियों ने जिला प्रशासन से लिखित में माफी मांग ली है। माफीनामा में कहा है कि अनजाने में अन्य परीक्षार्थियों के बहकावे में आकर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए। उनके विरुद्ध किसी तरह की कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाए।