मंडरो : ‘अबुआ आवास योजना’ में अड़चनें, अभी भी पहली किस्त के इंतजार में हैं कई लाभुक

झारखंड सरकार द्वारा गरीब परिवारों के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी ‘अबुआ आवास योजना’ का सपना मंडरो प्रखंड के कई लाभार्थियों के लिए अब तक अधूरा बना हुआ है। इस योजना के तहत तीन कमरों वाला पक्का मकान देने का वादा किया गया है, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद कई जरूरतमंदों को अब तक पहली किस्त की राशि नहीं मिल सकी है। इसका नतीजा यह है कि वे आज भी पुराने जर्जर फूस और मिट्टी के मकानों में रहने को मजबूर हैं।
चुंकी देवी और रामबती देवी की पीड़ा
दामिन भीठा पंचायत की निवासी चुंकी देवी, जिनकी अबुआ आवास योजना आईडी 784094 है, ने बताया कि उनका जियो टैग आठ महीने पहले हो गया था, लेकिन अब तक उनके बैंक खाते में एक भी रुपये नहीं आए हैं। उनके अनुसार वे अपनी जर्जर झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं।
इसी तरह, रामबती देवी ने भी योजना से जुड़ी अपनी निराशा जाहिर की और बताया कि उन्हें भी कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली है।

प्रशासन का जवाब
इस विषय में प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) मेघनाथ उरांव ने कहा कि लाभार्थियों के खातों में धनराशि नहीं पहुंचने के पीछे आधार संबंधी गड़बड़ियों या अन्य तकनीकी कारणों की संभावना है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इन शिकायतों की जांच कर शीघ्र ही समाधान निकाला जाएगा।
तकनीकी कारणों से रुका भुगतान: आवास समन्वयक
आवास योजना के कोऑर्डिनेटर ओम कुमार झा के मुताबिक पिछले 5–6 महीनों से योजना की पहली किस्त का भुगतान रुका हुआ है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जैसे ही सरकार की ओर से आदेश मिलेगा, राशि लाभार्थियों के खातों में भेज दी जाएगी।
कुछ लाभार्थियों को योजना का फायदा जरूर मिला है और वे संतुष्ट नजर आ रहे हैं, लेकिन अधिकांश अभी भी प्रशासनिक प्रक्रियाओं और तकनीकी अड़चनों के कारण अपने मकानों के सपने को साकार नहीं कर पा रहे हैं।