विधायक सुदीप गुड़िया ने तोरपा में जल संकट समाधान और छलका डैम निर्माण की मांग उठायी

झारखंड की तोरपा विधानसभा सीट से झामुमो विधायक सुदीप गुड़िया, जिन्होंने बीजेपी के कोचे मुंडा को बड़े अंतर से हराया था, अपने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। वे विभिन्न सरकारी योजनाओं से लोगों को जोड़ने और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने में जुटे हैं। हाल ही में, उन्होंने विधानसभा सत्र के शून्यकाल में सड़कों की बदहाल स्थिति पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद खूंटी-सिमडेगा पथ की गुणवत्ता में सुधार देखा गया।
तोरपा में जल संकट का मुद्दा विधानसभा में उठा
सोमवार को विधानसभा में सुदीप गुड़िया ने अपने क्षेत्र में बढ़ते जल संकट पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि कारो नदी से तोरपा प्रखंड की कई पंचायतों—तोरपा (पूर्वी-पश्चिमी), अम्मा, मरचा, उड़ीकेल और दियांकेल—में 3,000 से अधिक घरों को जलापूर्ति की जाती है। हालांकि, गर्मी के मौसम में नदी का जलस्तर गिरने से पानी की आपूर्ति बाधित हो जाती है। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए उन्होंने छलका डैम बनाने की मांग की, जिससे वर्षभर निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

छलका डैम निर्माण की वर्षों पुरानी मांग
कारो नदी में छलका डैम बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। विधायक गुड़िया ने सदन में इस परियोजना को प्राथमिकता देने की मांग रखी, ताकि जल संकट से जूझ रहे लोगों को राहत मिल सके।
कारो नदी में अवैध बालू खनन पर जताई चिंता
इसके अलावा, विधायक ने कारो नदी में जारी अवैध बालू उत्खनन को लेकर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि तोरपा समेत आसपास की पंचायतों में बालू माफिया बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन कर रहे हैं। हर दिन हजारों सीएफटी बालू की तस्करी की जा रही है, जिससे नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई, तो आने वाले वर्षों में नदी पूरी तरह सूख सकती है।
गौरतलब है कि कारो नदी पर करोड़ों की लागत से बनाए गए जलमीनार पहले ही पानी के अभाव में बंद हो चुके हैं। ऐसे में, विधायक सुदीप गुड़िया ने जल संकट के स्थायी समाधान के लिए सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।