7 मई को झारखंड के इन 5 जिलों में होगा मॉक ड्रिल, नागरिकों को दी जाएगी आत्मरक्षा की ट्रेनिंग

झारखंड में 7 मई 2025 को एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, जिसमें राज्य के रांची, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, गोड्डा, साहिबगंज और गोमिया क्षेत्र को शामिल किया गया है। यह अभ्यास नागरिक सुरक्षा और आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारियों की वास्तविक परख के लिए किया जा रहा है।
क्या है ड्रिल के पीछे का मकसद?
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा देशभर में 7 मई को मॉक ड्रिल करवाने का निर्देश सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को दिया गया है। यह निर्णय हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमलों और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस अभ्यास में हवाई हमले की स्थिति में सायरन के माध्यम से लोगों को सतर्क करने की प्रणाली की जांच की जाएगी।

इस दौरान स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर नागरिकों को आत्मरक्षा के मूलभूत उपायों की जानकारी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, "क्रैश ब्लैकआउट" नामक प्रक्रिया का अभ्यास भी किया जाएगा, जिसमें युद्ध जैसे हालात में अंधेरे की स्थिति बनाकर संवेदनशील इलाकों को छिपाया जाएगा। साथ ही, संवेदनशील इमारतों की सुरक्षा और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की योजना पर भी काम होगा।
प्रशासनिक तैयारियों की भी होगी परीक्षा
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस मॉक ड्रिल का प्रमुख उद्देश्य न केवल जनता को जागरूक करना है, बल्कि यह देखना भी है कि राज्य और जिला प्रशासन आपदा की घड़ी में कितनी प्रभावी प्रतिक्रिया दे सकता है। इसमें नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर विशेष जोर रहेगा।
गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सभी राज्यों को मॉक ड्रिल की योजना पहले से बनाकर, विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करना होगा। यह अभ्यास न केवल मौजूदा आपात तैयारी की जांच करेगा, बल्कि देश की समग्र रक्षा रणनीति को भी मजबूती देगा।