झारखंड में मानसून की दस्तक के साथ वज्रपात का कहर, पलामू और गढ़वा में 4 की मौत

झारखंड में मंगलवार को मॉनसून की पहली बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी, वहीं यह कई परिवारों के लिए दुखद साबित हुई। राज्य के पलामू और गढ़वा जिलों में बारिश के साथ हुए वज्रपात ने चार लोगों की जान ले ली, जबकि एक बच्ची समेत दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
पलामू: मां-बेटी की मौत ने गांव में पसारा मातम
पलामू जिले के चैनपुर प्रखंड स्थित चांदो गांव में तेज बारिश के दौरान वज्रपात होने से एक महिला और उसकी बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद गांव में शोक की लहर फैल गई। ग्रामीणों ने बताया कि अचानक तेज आवाज के साथ बिजली गिरने से यह दुखद हादसा हुआ।

गढ़वा: दो की जान गई, दो घायल
गढ़वा जिले में भी वज्रपात ने कहर बरपाया। बिशनपुर थाना क्षेत्र के अमहर गांव में आंधी और बारिश के दौरान वज्रपात से एक महिला मजदूर मंजू देवी की मौत हो गई। वह मूल रूप से लातेहार जिले के सोहर गांव की रहने वाली थीं। हादसे में मंजू देवी की 5 वर्षीय पुत्री सुरति कुमारी और उत्तर प्रदेश के चोपन गांव निवासी अजय कुमार घायल हो गए। घायलों को गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
62 वर्षीय बुजुर्ग की जान गई, पत्नी घायल
गढ़वा के रमना थाना क्षेत्र अंतर्गत चुन्दी गांव के केवाल टोला में 62 वर्षीय लखन भुइयां की भी वज्रपात से मौत हो गई। लखन अपने घर के बाहर छोटे से ढाबा पर बैठे थे, तभी अचानक बिजली गिर गई। हादसे में उनकी पत्नी भी घायल हो गई हैं। ग्रामीणों ने बताया कि लखन भुइयां निःसंतान थे और जीवन यापन के लिए ढाबा चलाते थे।
राज्य में मॉनसून की शुरुआत तो राहत लेकर आई है, लेकिन इसके साथ प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान खुले में न जाएं और सावधानी बरतें।