कुख्यात अपराधी अमन साहू के ठिकानों पर छापेमारी, फॉर्च्यूनर समेत कई दस्तावेज़ जब्त
झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज कार्रवाई करते हुए रांची ब्रांच के अफसरों के साथ उसके बुढ़मू स्थित पैतृक घर, बुकरू और हजारीबाग के गिद्दी थाना क्षेत्र में स्थित ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी सुबह 5 बजे शुरू हुई और करीब छह घंटे चली। इस दौरान एनआईए ने अमन के घर से फॉर्च्यूनर वाहन, सीसीटीवी का डीवीआर, बैंक खातों से संबंधित कागजात और कई अन्य दस्तावेज जब्त किए। यह छापेमारी टेरर फंडिंग के मामले में की गई थी। विदित हो कि, अमन साहू फिलहाल पलामू जेल में बंद है और उस पर कई गंभीर आरोप हैं। कहा जाता है कि वह जेल से ही अपने गैंग को संचालित करता है और व्यापारियों को धमकी दिलवाता है।
अमन साहू के गुर्गे शंकर की गिरफ्तारी
लातेहार के बालूमाथ स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी मामले में टेरर फंडिंग के तहत एनआईए ने 9 फरवरी 2024 को बिहार के भागलपुर, पूर्णिया और मधेपुरा में छापेमारी की थी। इस छापेमारी में एनआईए ने अमन साहू के गुर्गे शंकर यादव को भागलपुर से गिरफ्तार किया था और उसके ठिकाने से 1.30 करोड़ रुपये भी बरामद किए थे। यह रुपये अमन साहू के लेवी-रंगदारी से वसूले गए बताए जा रहे हैं।
झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना सुनील मीणा
अमन साहू गैंग का एक अन्य महत्वपूर्ण सदस्य, सुनील मीणा, झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिला घडसाना का रहने वाला सुनील पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग का विश्वस्त सदस्य था। वर्क वीजा पर मलेशिया में रहने के दौरान वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अन्य सदस्यों के संपर्क में आया और अपराध की दुनिया में अपनी जड़े जमाने लगा। सुनील ने राजस्थान और पंजाब के कई जिलों में हत्या, रंगदारी वसूली और फायरिंग जैसी घटनाओं को अंजाम दिलवाया।